चंदौली/नि.सं.
खराब सड़कों की वजह से होने वाले हादसे और जनता को हो रही दिक्कत को देखते हुए शासन ने यहां खनिज परिपथ का निर्माण कराने का निर्णय लिया है। इस खनिज परिपथ का निर्माण इसलिए होगा कि यहां खनिज लदे ट्रकों की वजह से सड़कें खराब न हों। जनपद से शुरू होने वाला प्रदेश का पहला खनिज परिपथ (माइनिंग सर्किट) सोनभद्र से सैदपुरघाट तक होगा। मार्ग को चिह्नित कर शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। शासन अनुमानित लागत को निर्धारित करने के बाद धन अवंटित करेगा। खनिज परिपथ (माइनिंग सर्किट) के लिए अहरौरा-चकिया से पंचफेडवा-सकलडीहा-सैदपुर, अमड़ा से कमालपुर मार्ग को चिह्नित किया गया। लोक निर्माण विभाग की टीम ने प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया है। कुल 179.250 किलोमीटर मार्ग का निर्माण होगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर शासन इसकी निगरानी करेगा। हालांकि अभी इस कार्य में कितना खर्च आएगा, यह अनुमति मिलने के बाद ही पता चलेगा। इस परिपथ की खासियत यह होगी कि निर्माण कार्य के बाद से 30 से 40 वर्ष तक मार्ग न तो टूटेगा और न ही धंसेगा। कार्य को गति देने के लिए नोएडा की निजी कंपनी डीएसीसी की टीम ने इन मार्गों का सर्वे भी कर लिया है। टीम ने रोजाना कितने वाहन गुजरते हैं और वाहनों का भार क्या है, इसकी परख की। शीघ्र ही इस दिशा में कार्य होने की संभावना जताई जा रही है। चंदौली जनपद के अधिकांश मार्ग हाईवे को जोड़ते हैं। इसके अलावा कई जनपदों व प्रदेशों को जाने का मुख्य मार्ग भी है। पड़ाव चौराहा कई जनपदों को जोड़ता है। इस वजह से मार्गों पर ट्रकों की आवाजाही बराबर बनी रहती है। इन मार्गों की निगरानी अब खुद ही प्रमुख सचिव करेंगे। इसके बाद प्रदेश भर में खनिज परिपथ बनाए जाएंगे। इस कार्य की शुरूआत जनपद से ही होने की उम्मीद है। लोक निर्माण विभाग ने अपना प्रस्ताव बनाकर शासनको दे दिया है। विभाग का मानना है कि इन मार्गों पर जब कार्य पूरा हो जाएगा तो मार्ग की आयु बढ़ेगी। लंबे समय तक क्षतिग्रस्त व जर्जर होने की समस्या से बचा जाएगा।
ये मार्ग होंगे खनिज परिपथ
पीडीडीयू नगर-चकिया मार्ग, अहरौरा-चकिया-इलिया मार्ग, अहरौरा-चकिया-इलिया मार्ग, जीवनाथपुर-कंथनपुर-सिकंदरपुर-चकिया-नौगढ़-मधुपुर मार्ग, चंदौली-चकिया मार्ग, पड़ाव-पीडीडीयू नगर-पंचफेड़वा मार्ग, अलीनगर-सकलडीहा मार्ग, चंदौली-सकलडीहा-सैदपुर मार्ग, सकलडीहा-अमड़ा वाया कमालपुर मार्ग खनिज परिपथ मार्ग होंगे। इनको चिह्नित कर प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है।
खनिज परिपथ की 30 से 40 वर्ष होगी आयु
खनिज परिपथ का निर्माण इंडियन रोड कांग्रेस (आइआरसी) के मैनुअल पर आधारित होगा। आइआरसी के मानक में जिन सड़कों की आयु 50 वर्ष होगी, उसी मानक से बनाया जाएगा। सभी मार्गों का सर्वे कर लिया गया है। आबादी वाले क्षेत्रों में यह मार्ग कंक्रीट मिक्चर का होगा। कंक्रीट मिक्चर होने की वजह से यह सड़क पानी में खराब नहीं होगी। बाकि मार्ग को डामर से बनाया जाएगा। इस मार्ग को आइआरसी 37 व आइआइटी पेव थियुरी के मानक पर होगा और इसकी आयु 30 से 40 वर्ष होगी।
क्या बोले अधिकारी
मार्गों को चिह्नित कर प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। अनुमति मिलने के बाद कार्य शुरू होगा। शासन द्वारा चिह्नित टीम सड़क की निगरानी करेगी। फिलहाल अभी प्रस्ताव पास होने का इंतजार है।-देवेंद्र पाल सिंह, अधिशासी अभियंता,प्रांतीय खंड चंदौली