फतेहपुर/नि.सं.
-आधार कार्ड बनवाने के नाम पर गरीब लोगों से हो रही है जमकर वसूली
जनता इन दिनों आधार कार्ड बनवाने के लिए बैंकों में व डाकघर में रात्रि से ही लाइन लगाकर आधार कार्ड का टोकन लेने में लगे रहते हैं वही आधार कार्ड बनाने वाले कुछ कर्मचारी ऐसे हैं कि यदि उनके पास आधार कार्ड बनवाने के लिए आप सुबह या रात्रि से लाइन लगाए रहते हैं परंतु लोगों का आधार कार्ड नहीं बन पाता वही आज सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गाजीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम जागेश्वर तिराहा मजरे सरकी मे शुक्ला बीज भंडार के संरक्षक नितिन शुक्ला द्वारा अवैध तरीके से लोगों का आधार कार्ड बनाने का काम किया जा रहा है ग्रामीण क्षेत्रों में भोली-भाली जनता से 500 रुपये लेकर आधार कार्ड बनाने का काम जोरों पर चल रहा है मशीन शाम 4:00 बजे के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचती है और रात्रि 10:00 बजे तक आधार कार्ड बनाने का काम चलता है अब सोचने वाली बात यह है कि जब उत्तर प्रदेश के लाइन आर्डर से किसी प्राइवेट संस्था को आधार कार्ड बनाने का काम दिया ही नहीं गया तो फिर इन लोगों के पास आधार कार्ड बनाने की मशीन है कैसे आती है हां कहीं ना कहीं यह वर्कर बनकर बैंकों में आधार कार्ड बनाते हैं और कोई ना कोई बहाना कर प्रतिदिन बैंकों से जल्दी समय निकालकर सर्वर ना रहने का बहाना कर बैंकों से अपना काम जल्दी खत्म करके ग्रामीण क्षेत्रों में आधार कार्ड बनाने पर जोड़ देते हैं क्योंकि प्रति व्यक्ति से वहां पर 500 से 1000 रुपए के बीच की अवैध वसूली की जाती है और लोगों के आधार कार्ड बनाए जाते हैं वही मानव अधिकार एवं उपभोक्ता फोरम ट्रस्ट नई दिल्ली इकाई के जिला अध्यक्ष को ग्रामीणों ने सूचना देते हुए बताया कि अवैध तरीके से आधार कार्ड बनाने का काम जोरों पर चल रहा है वहीं जिला अध्यक्ष ने क्षेत्रीय संवाददाताओं को लेकर जब मौके पर जाकर देखा तो शुक्ला बीज भंडार में आधार कार्ड बनवाने वालों की लाइन लगी हुई थी वही जिला अध्यक्ष व क्षेत्रीय संवाददाताओं को देखकर आधार कार्ड बनाने वाला संचालक नितिन शुक्ला अपनी मशीनों को लेकर भागने का प्रयास किया जब वह भागने में कामयाब नहीं हुआ तो उसने कुछ राजनीतिक दल और कुछ आस पड़ोस के लोगों से संवाददाताओं के ऊपर दबाव बनाने का प्रयास करने लगे परंतु संवाददाताओं ने जब पूछा कि बीज भंडार की दुकान में आखिर आधार कार्ड कैसे बन सकता है कहीं ना कहीं अवैध तरीके से आधार कार्ड बनाने वालों के ऊपर सक्षम अधिकारियों का हाथ है तभी तो बैंक से यह समय से पहले गायब हो जाते हैं और क्षेत्रों में जाकर अवैध रूप से आधार कार्ड बनाने का कार्य बखूबी निभाते यदि जिला प्रशासन ने ऐसे अवैध तरीके से काम करने वालों के ऊपर कानूनी कार्यवाही नहीं की तो उत्तर प्रदेश की सरकार का प्रोजेक्ट अधूरा ही रह जाएगा और गरीब जनता इधर से उधर भटकते हुए नजर आए!