वाराणसी/ब्यूरो
चिरईगाँव/निराश्रित गोवंश सिर्फ किसानों के फसलों के ही दुश्मन नही हैं बल्कि संदहाँ रिंग रोड के डिवाइडर पर लगे ताड़ के पेड़ों के भी दुश्मन बन गये हैं। निराश्रित गोवंश इन पेड़ो के पत्तों को खाने के साथ ही इन्हें तोड़ दे रहे हैं।इन गोवंशों द्वारा ताड़ के पेड़ों को क्षतिग्रस्त कर देने से दर्जनों ताड़ के पेड़ सूखने के कगार पर हैं और कुछ पेड़ सूख भी चुके हैं। उल्लेखनीय है कि चिरईगाँव ब्लाक के ठीक सामने संदहाँ चौराहे से कोइराजपुर (वाराणसी -जौनपुर मार्ग) तक रिंग रोड की लम्बाई लगभग 15 किलोमीटर है। रिंग रोड की सुंदरता मे चार चाँद लगाने के लिए बाहर से भारी संख्या मे ताड़ के पेड़ मँगवा कर रिंग रोड के डिवाइडर पर लगाये गये।साथ ही कुछ सुंदर फूल भी लगाये गये हैं जिससे रिंग रोड की सुंदरता को बढ़ाया जा सके।
गौरतलब है कि संदहाँ रिंग रोड से जो भी राहगीर गुजरता है तो वह रिंग रोड की सुंदरता की तारीफ करते नहीं थकता। डिवाइडर पर लगाये गये ताड़ के पेड़ हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। राहगीर रिंग रोड पर लगाये गये सुंदर पौंधों के कायल भी हैं। लेकिन अब शायद आपको यह जानकर तकलीफ भी हो सकती है कि रिंग रोड पर टहल रहे निराश्रित गोवंश अब इन सुंदर ताड़ के पेड़ों के दुश्मन बन बैठे हैं। इधर बीच जो भी राहगीर रिंग रोड से गुजरता है तो निराश्रित गोवंशों द्वारा ताड़ के पेड़ों को नुकसान पहुँचाता देख मन मसोस कर रह जाता है।आलम यह है कि निराश्रित गोवंशों द्वारा क्षतिग्रस्त किये गये दर्जनों ताड़ के पेड़ सूखने के कगार पर हैं और कुछ पेड़ टूट भी गये हैं।
जिलाधिकारी के आदेश के बाद भी नही पकड़ा गया गोवंश
जिलाधिकारी के आदेश पर बीते सितम्बर माह मे 2 से 16 सितम्बर तक निराश्रित गोवंशों को हाईवे व रिंग रोड से पकड़कर उन्हें गोवंश आश्रय स्थल तक पहुँचाने के लिए रात्रि पेट्रोलिंग अभियान चलाया गया था।अभियान का उद्देश्य निराश्रित गोवंशों को सड़क दुर्घटना से बचाना था। अभियान के सुपरविजन के लिए एडीओ स्तर के अधिकारियों की शिफ्टवार ड्यूटी लगायी गयी थी। निराश्रित गोवंशों को पकड़ने की जिम्मेदारी सफाईकर्मियों की थी। सितम्बर के बाद भी समय समय पर निराश्रित गोवंशों को पकड़ने का आदेश जारी किया जाता रहा है।इन आदेशों पर कितना अमल किया जाता है और अब तक कितने गोवंशों को पकड़ा गया है। इस सम्बंध मे ब्लाक के अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नही हैं।आलम यह है कि लाख जतन के बाद भी हाइवे पर निराश्रित गोवंश टहल रहे हैं और रिंग रोड पर भी टहल रहे गोवंश न सिर्फ दुर्घटना का सबब बने हुए हैं बल्कि रिंग रोड के डिवाइडर पर लगे शोभाकारी पौधों व पेड़ो के दुश्मन बन बैठे हैं और रिंग रोड की सुंदरता पर बट्टा लगा रहे हैं।