वाराणसी/ब्यूरो
नियारडीह चोलापुर थाना क्षेत्र के गोसाईपुर (मोहाव) गांव में सुबह के साढ़े आठ बजे 100 से अधिक लोग पत्थर और लाठियां लिए दौड़ रहे हैं। भीड़ कभी खेतो में उतर जाती, तो कभी झाड़ियों में। कभी पलट कर उलटे पैर भागने लगती है। यह भागदौड़ करीब दो घंटे बाद थमते ही एकदम शांति छा गई। यह कवायद गांव में एक बिगड़ैल सांड को काबू में करने के लिए थी, जिसने शुक्रवार रात को गांव के किसान पर हमला कर उसकी जान ले ली थी। जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात में किसान मिट्ठू लाल मौर्य (74) अपनी पत्नी सोना देवी के साथ खाना खाकर अपने पाही पर सोने जा रहे थे उसी समय गांव के बिगड़ैल सांड ने मिट्ठू और उसकी पत्नी पर हमला कर दिया। साँड़ द्वारा मिट्ठू को पटक पटककर मारने से उसकी मौत हो गई। वही दूसरी तरफ उसकी पत्नी को भी घायल कर दिया। इतना ही नही पड़ोस के घर की एक और महिला को भी शौच जाते समय उसे सींग मारकर घायल कर दिया। उनकी चीख पुकार सुनकर आसपास खेत में काम कर रहे लोग आ गए। किसी तरह सांड को भगाया। ग्रामीणों ने उन्हें जिला अस्पताल ले गए, जहां उपचार के दौरान मिट्ठू की मौत हो गई। किसान की पत्नी और पड़ोस की महिला अभी भी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। सांड के हमले से किसानों में दहशत हो गई थी। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त साँड़ साड़ी, खटिया, बैंड बाजा या किसी को मुह बांधे देखता था तो भड़क जाता था। यह पहली बार नही था जब उसने किसी पर हमला बोला ऐसा पूर्व में उस साँड़ द्वारा दर्जनों बार किया जा चुका है। सांड के इस तरह हमला कर जान लेने की घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल हो गया था। जिसके बाद शनिवार सुबह मिट्ठू का शव थाने पर आने के बाद ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर उक्त साँड़ को पकड़ने के लिए एक ऑपरेशन शुरू कर दिया। काफी मशक्कत के बाद साँड़ को पकड़ भी लिया गया। पुलिस को सूचना मिलते ही मौके पर पहुचकर पुलिस ने ग्रामीणों को साँड़ को मारने पीटने से मना कर उसे नगर निगम की आवारा पशु की गाड़ी बुलाकर वन विभाग को सौप दिया। मृतक मिट्ठू मौर्य के चार लड़के और दो लड़कियां हैं। जिनकी शादी हो चुकी है। घटना से सभी सदमे में हैं।