वाराणसी नि.सं.
कमच्छा स्थित अशफाक नगर में गुरुवार दिन में साड़ी के गोदाम में आग लग गई। कमरे में ही धुएं में दम घुटने व आग से झुलसकर पिता-पुत्र समेत चार लोगों की मौत हो गई। इसके पूर्व कमरे से धुआं और चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोस के रहने वालों ने पानी और बालू फेंककर आग बुझाने की कोशिश की।
इसी बीच किसी ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। अशफाक नगर के संकरी गली में घटनास्थल तक पहुंचने के लिए एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि दमकल कर्मियों के पहुंचने से पूर्व ही आग पूरी तरह बुझ गई थी। मुख्य अग्निशमन अधिकारी अनिमेष सिंह पहुंचे तो गोदाम के अंदर रखे गैस सिलिंडर को बाहर निकाला। वहीं डीसीपी काशी आरएस गौतम और एडीसीपी राजेश पांडेय, एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह के साथ ही भेलूपुर व लंका थाने की फोर्स पहुंची और चारों शव को कब्जे में लिया। आग की घटना से आसपास के लोग काफी डरे और सहमे हुए थे। पड़ोसी घर की महिलाएं और बच्चे दो मंजिला मकान के ऊपर चढ़ गए। वहीं कुछ नवयुवकों ने तुरंत पानी फेंक आधे घंटे में किसी तरह आग पर काबू पाया। पड़ोसियों के अनुसार यदि जल्द आग बुझाने का प्रयास नहीं किया गया होता तो आसपास के घरों में भी आग पकड़ लेती और स्थिति बहुत ही भयावह हो सकती थी। अशफाक नगर में सिराज के मकान में आरिफ जमाल पिछले छह माह से साड़ी फिनिशिंग काम करता था। हादसे से पहले छोटा बेटा मो. शाबान और बिहार के अररिया निवासी दो मजदूर मुंतशिर और एजाज काम कर रहे थे। उसी कमरे में ही दोनों मजदूर रहते भी थे। वहीं बगल में अंसार नगर स्थित मकान में पिता और पुत्र रहते थे। सुबह नौ बजे के बाद पिता आरिफ और बेटा शाबान साड़ी गोदाम पर पहुंचे और साड़ी फिनिशिंग के काम में लग गए। संकरी गली स्थित मकान के 12 बाई 10 के कमरे में दो दरवाजे थे। एक दरवाजे के पास फैले विद्युत तार में सुबह 11 बजे के बाद किसी तरह चिंगारी निकली और साड़ी के रखे हुए सामान, सिंथेटिक, फोम आदि में आग पकड़ ली और तेजी से फैल गई। कमरे में धुआं भर गया। इसी बीच साड़ी के गठ्ठर को पिता-पुत्र और दोनों मजदूर आग से बचाने का प्रयास करने लगे। इसी बीच आग अचानक इतनी विकराल हो गई कि दूसरे दरवाजे की तरफ भी फैल गई। दोनों दरवाजों की तरफ फैली आग की वजह से चारों लोग कमरे से बाहर नहीं निकल सके। कमरे में ही धुएं में दम घुटने व आग से झुलसकर चारों जिंदा जल गए। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों को मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से चार-चार रुपये लाख मुआवजा देने की घोषणा की। डीएम ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच कराई जा रही है और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। भेलूपुर पुलिस के अनुसार अशफाक नगर निवासी सिराज अपने परिवार संग कर्नाटक में रहता है। इस गली में रहने वाले अधिकतर लोग मकान को किराये पर देकर बंगलूरू और सूरत में बस गए हैं। सिराज के दो मंजिला मकान के भूतल में साड़ी फिनिशिंग काम करने वाले आरिफ जमाल के परिवार में पत्नी, दो बेटियां और दो बेटे हैं। बड़े बेटे और दो बेटियों की शादी हो चुकी है। छोटा बेटा शाबान अपने पिता आरिफ के साथ काम धंधे में हाथ बंटाता था। घटना के बाद से परिवार में मातम का माहौल है।
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October 23, 2023