
प्रयागराज/कोहडार घाट, (संवाद सूत्र) ,
ट्रैक्टर-ट्राॅली 100 फीट नीचे टोंस नदी में गिर गई। ट्रैक्टर-ट्राॅली में धान लदा था। वह कोहड़ार घाट से गुजर रही थी। इस दौरान सामने से अनियंत्रित पीकप को बचाने के चलते टैक्टर-ट्रली अनियंत्रित हो गई। इसके बाद रेलिंग तोड़कर नदी में गिर गई। वाहन और चालक नदी में समा गए। चालक का पता नहीं चल पा रहा है। करछना और मेजा थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। राहत एवं बचाव कार्य में देरी से गुस्साए लोगों ने पुल पर जाम लगा दिया। सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासनिक के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम खुलवाया।
परिवार का इकलौता बेटा है रूपेंद्र
कोरांव थाना क्षेत्र के पक्कीहा का पूराचांदी गांव निवासी अमरनाथ तिवारी खेती किसानी करते हैं। उनका इकलौता बेटा रूपेंद्र कुमार तिवारी (38) भी उनके साथ हाथ बंटाता है। उसने ट्रैक्टर खरीद रखा था। रूपेंद्र की शादी हो चुकी है। उसका 1 बेटा आयुष तिवारी और 2 बेटियां हैं। परिजनों ने बताया कि बुधवार को वह ट्रैक्टर ट्राली में धान लादकर अपने परिचित पुष्पेंद्र कुमार की राइस मिल पर बेचने नैनी जा रहा था।
घर से 30 किमी की दूरी पर हादसा
परिजनों ने बताया कि रुपेंद्र सुबह सात बजे घर से नैनी के लिए निकला था। घर से करीब 30 किमी की दूरी पर कोहड़ार घाट में टोंस नदी पर बने पुल पर सुबह 9:00 बजे रूपेंद्र ट्रैक्टर लेकर जा रहा था। अचानक से उसका ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग तोड़ते हुए टोंस नदी में गिर गया। उधर से गुजर रहे लोगों ने देखा तो पुलिस को सूचना दी। जब तक पुलिस मौके पर पहुंची ट्रैक्टर ट्राली धान समेत नदी में डूब चुका था। ट्रैक्टर का पीछे का बोनट दिख रहा था। इस पर ट्रैक्टर का नंबर लिखा था। उसी के आधार पर पहचान हुई। इसके बाद परिवार को जानकारी दी गई।
सीमा विवाद में उलझी पुलिस
कोहड़ार घाट पुल मेजा और करछना थाने के बीच में पड़ता है। इसलिए काफी देर तक सीमा विवाद में भी पुलिस उलझी रही। लोगों ने कहा कि पहले दुर्घटना में राहत और बचाव कार्य पूरा कर लीजिए उसके बाद सीमा तय करना, इसके बाद पुलिस वाले माने। रूपेंद्र तिवारी के चचेरे भाई ज्ञान शंकर तिवारी ने आरोप लगाया कि दुर्घटना के ढाई घंटे से ज्यादा का वक्त गुजरा चुका है। अभी तक गोताखोर नहीं बुलाए गए हैं।
धान की बोरी गिरने की वजह से बिगड़ा संतुलन
कोहड़ार घाट पुल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ट्रैक्टर ट्रॉली के ऊपर तक धान की बोरियां लदी थीं। उसी में से एक बोरी ट्रैक्टर और ट्राली के नीचे गिर गई। इस पर ट्राली का पहिया चढ़ गया। इससे ट्राली अनियंत्रित होकर हो गई। इसके बाद पुल की रेलिंग तोड़ते हुए वाहन नदी में गिर गया।
इंस्पेक्टर करछना विश्वजीत सिंह ने बताया कोहड़ार घाट पुल पर हादसा हुआ है। पुल पर सड़क खराब है। इसलिए आशंका है कि झटका लगने की वजह से स्टेयरिंग का संतुलन बिगड़ गया होगा, इससे वाहन नदी में गिर गया। चालक की खोजबीन कराई जा रही है।