
थरियाव/फतेहपुर,संवाद सूत्र,।
मौरंग खदानों से ओवरलोडिंग रोकने में टास्क फोर्स टीम पूरी तरह फेल नजर आ रही हैं। शासन के निर्देश के बाद भी मौरंग खदान संचालक अपनी मनमानी कर रहे हैं। खदानों में धड़ल्ले से ओवरलोड मौरंग दी जा रही है। खदानों में जलधारा में खनन करने के साथ ही खुलेआम ओवरलोडिंग का खेल भी जारी है और टास्कफोर्स टीम की कार्यवाही केवल पांच दस ट्रकों तक ही सीमित है। जबकि असोथर-थरियांव रोड पर सैकड़ों की संख्या में खुलेआम ओवरलोड ट्रक और डम्फर फर्राटा भर टास्क फोर्स टीम को चुनौती दे रहे हैं।ओवरलोडिंग छिपाने के लिए कई वाहन मालिक तिरपाल-पन्नी का प्रयोग कर रहे हैं, तो कुछ खुलेआम मौरंग को ढुलाई कर रहे है। टास्कफोर्स टीम की धरपकड़ के बाद भी खदानों से ओवरलोडिंग का खेल नहीं थम रहा है। अफसरों, खदान संचालकों, ट्रांसपोर्टरों के गठजोड़ के कारण खदानों से ओवरलोडिंग बंद नहीं हो रही है। कहने को खदानों पर सीसीटीवी कैमरों से ओवरलोडिंग की निगरानी हो रही है, लेकिन हकीकत कुछ अलग ही है। अधिकांशतः सीसीटीवी कैमरे खराब ही रहते हैं। अगर खदानों से ओवरलोड मौरंग न दी जाए तो जिले में पूरी तरह ओवरलोड बंद हो जाये। लेकिन ऐसा होते दिख नहीं रहा है।