झारखंड,रांची संवाद सूत्र।
जमशेदपुर में 20 अगस्त को हादसे का शिकार हुए अलकेमिस्ट एविएशन के ट्रेनी विमान (सेसना-152 वीटी ताज) को नेवी ने ढूंढ लिया है। पानी में डूब चुके कोयलागढ़ में इसकी लोकेशन मिली है। भारतीय नौ सेना के जवान पानी में डूबे एयरक्राफ्ट को बलून के सहारे किनारे तक ला रहे हैं। एयरक्राफ्ट का वजन 800 किलो है, इसलिए इसे बाहर निकालने में परेशानी हो रही है।
इससे पहले नेवी ने एयरक्राफ्ट की लोकेशन को ढूंढा। इसके बाद एक बड़े बलून से उसे बांधा गया। अब इसी बलून के सहारे उसे बाहर निकाला जा रहा है। ।
एयरक्राफ्ट हादसे में ट्रेनी पायलट और कैप्टन की मौत हो चुकी है। दोनों के शव 2 दिन बाद चांडिल डैम से मिले थे। जिस जगह पर कैप्टन के जूते मिले थे, वहां से करीब 600 मीटर की दूरी पर विमान मिला है। यह क्षेत्र पानी में डूब चुके कोयलागढ़ में है।
20 अगस्त काे करीब 10:30 बजे जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से डिप्टी चीफ फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर 30 साल के जीतशत्रु आनंद और ट्रेनी पायलट शुभ्रोदीप दत्ता ने उड़ान भरी थी।
कोयलागढ़ में सुपर सोनार ने की मदद से मिला ट्रेनी एयरक्राफ्ट
यह स्थान नौकाविहार घाट से करीब 6 किमी दूर है। नौसेना ने रविवार को सुबह 9 बजे चार मोटर-बोट्स की मदद से किस्टोपुर और कल्याणपुर के इलाके में सर्च अभियान शुरू किया। टीम दोनों इलाकों में खोजते हुए करीब 2 किलोमीटर आगे की ओर बढ़ी तो डूब चुके कोयलागढ़ गांव के पास सुपर सोनार से पहला संकेत दिया।
इसके बाद नेवी के दो गोताखोर पानी में उतारे। मटमैला पानी और तलहटी में अंधेरा होने के कारण पहली बार गोताखोर विमान तक नहीं पहुंच पाए। लेकिन दूसरी बार में गोताखोर दुर्घटनाग्रस्त विमान तक पहुंचने पर कामयाब रहे। विमान 15 मीटर की गहराई में पाया गया। इसके बाद भारतीय नौ सेना से इसकी जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को दी।
गिरने के बाद पलट गया था विमान
नेवी टीम के अनुसार, पानी में गिरने के बाद विमान पलट गया था। उसके तीनों पहिए ऊपर की ओर उठ गए थे। गोताखोर अपने साथ विमान का एक डैना (पंख) लेकर बाहर निकले। विमान मिलने के बाद नेवी ने वहां मॉडलर से निशान बना दिया है।
कैप्टन जीत के परिजन भी करेंगे केस
विमान हादसे में मारे गए कैप्टन जीत शत्रु आनंद के परिजन 28 अगस्त को नीमडीह थाने में शिकायत दर्ज कराएंगे। कैप्टन और ट्रेनी पायलट का शव चांडिल अनुमंडल के किस्टोपुर गांव के समीप पाया गया था। वह इलाका नीमडीह में आता है।
वहीं हादसे में जान गंवाने वाले ट्रेनिंग पायलट शुभ्रोदीप दत्ता के पिता ने भी नीमडीह थाने में शिकायत दर्ज कराई है। अपनी शिकायत में उन्होंने बताया है कि अल्केमिस्ट एविएशन खराब एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल कर रहा है। पिता ने यह भी दावा किया है कि खराब एयरक्राफ्ट के इस्तेमाल के कारण ही उनकी बेटी की जान गई है।
वहीं नीमडीह थाना के मुताबिक धारा 106 के क्लाउज 1, धारा 289 बीएनएस और एयरक्राफ्ट एक्ट के तहत केस दायर किया गया है। 106 के क्लाउज वन के तहत गलत मशीनरी के कारण पानी में डूबने का मामला बना है।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 106(1) के सजा के बारे में बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति लापरवाही या जल्दबाजी के कारण किसी व्यक्ति की मौत का कारण बनता है तो उस व्यक्ति को दोषी पाए जाने पर 5 वर्ष की सजा दी जा सकती है।
पूर्व सांसद केडी सिंह ने शुरू किया था अलकेमिस्ट एविएशन
झारखंड और पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद रहे हरियाणा के कारोबारी केडी सिंह ने 2010 में सोनारी एयरपोर्ट से अलकेमिस्ट एविएशन की शुरुआत की थी। केडी सिंह के पास कई विमान थे और वे इस क्षेत्र से जुड़े हुए थे।
सोनारी एयरपोर्ट से कई साल तक केडी सिंह ने खुद एविएशन का संचालन किया। बाद में घाटा होने पर इसे बेच दिया। झारखंड के पूर्व सीएम शिबू सोरेन के पीएस (आप्त सचिव) रहे सोनारी के मनोहर पाल ने एविएशन को खरीदा था। मनोहर पाल की मृत्यु के बाद उनके बेटे मृणाल पाल एविएशन का काम संभाल रहे हैं।
ट्रेनिंग देती है अलकेमिस्ट एविएशन
अलकेमिस्ट एविएशन का संचालन अभी मृणाल पाल कर रहे हैं। इस कंपनी के पास 5 विमान हैं, जिससे पायलट ट्रेनिंग दी जाती है। इसमें एक दो सीटर और चार विमान चार सीटर हैं। हाल में अलकेमिस्ट ने 6 सीटर विमान का ऑर्डर दिया है।