तेजी से बढ़ रहा यमुना नदी का जलस्तर, एसडीएम ने किया निरीक्षण

फतेहपुर, संवाददाता।
एक बार फिर यमुना नदी में तेजी से बढ़ रहे जलस्तर को लेकर कछार के ग्रामीणों में जहां दहशत का माहौल है तो वहीं तहसील प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। खागा एसडीएम ने मौके पर जाकर कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। इसके अलावा जिले की सहायक नदियों में भी जलस्तर बढ़ने से संबंधित गांवों के लोग सहमने लगे हैं। पिछले दिनों आई यमुना नदी की बाढ़ के बाद जलस्तर कम हो गया था। तेजी से कम हो रहे जलस्तर को लेकर किशनपुर क्षेत्र के यमुना किनारे बसे गांवों के लोगों ने राहत की सांस ली थी लेकिन पिछले तीन दिनों से तेजी के साथ बढ़ रहे यमुना के जलस्तर ने लोगों के बीच फिर से दहशत पैदा कर दी है। यमुना किनारे बसे मड़ौली, गढीवा, मझिगवां, सेधरी, महावतपुर असहट समेत कई गांवों के लोगों की बेचौनी बढ़ गई है। हालांकि यमुना का जलस्तर ख़तरे के निशान से काफी नीचे बह रही है। कस्बे के रामलीला मैदान में भी यमुना पानी पहुंचने लगा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि अगले कुछ घंटों तक यमुना का जलस्तर इसी रफ्तार में बढ़ता रहा तो किशनपुर कस्बे के कई वार्ड बाढ़ से प्रभावित हो सकते हैं। वहीं कई गांव भी बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं। यमुना के बढ रहे जलस्तर को लेकर शुक्रवार को एसडीएम खागा ने यमुना नदी से सटे महावतपुर असहट गांव व किशनपुर कस्बे का दौरा कर जायजा लिया। कस्बे के कई वार्डों में पहुंच कर एसडीएम ने बाढ़ का जायजा लिया। महावतपुर असहट गांव यमुना नदी के बाढ़ से प्रभावित होने वाला सबसे पहला गांव हैं जो बाढ़ आते ही घिर जाता है। जिसको देखते हुए तहसील प्रशासन ने गांव पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया है। इस दौरान एसडीएम खागा ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि कहीं भी बाढ़ जैसे हालात पैदा हो तो गांव में तैनात चौकी पर सूचना दें या फिर तहसील प्रशासन को सूचित करें।
बाढ़ को लेकर दौरा किया गया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में चौकियों को एलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। अभी यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे बह रहा है-(अजय कुमार पाण्डेय, एसडीएम खागा)