फतेहपुर संवाददाता।
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने उ.प्र. की विद्युत व्यवस्था को चुस्त एवं दुरुस्त करने के लिए तरह–तरह के नियम बनाकर विद्युत व्यवस्था से लोगों तक विद्युत की सही आपूर्ति करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। वहीं उन्होंने विद्युत कनेक्शन उपभोक्ताओं को लेकर भी एकमुश्त समाधान योजना, झटपट योजना, पूर्ण जमा योजना, जिला योजना के तहत लोगों को विद्युत कनेक्शन देने का काम कर रहे हैं। वहीं बकायेदारों को लेकर भी ओटीएस के माध्यम से बकाया बिल जमा करवाने का अवसर भी जनता को उन्होनें दिया। वहीं विद्युत चोरी करने वालों के लिए भी कड़ा नियम बनाया है तथा लोगों के घरों में स्मार्ट मीटर लगवाने का काम भी कर रहे हैं। स्मार्ट मीटर में उन्होंने विद्युत चोरी रोकने को लेकर प्रत्येक घर में स्मार्ट मीटर के साथ आर्मेट केबल लगाने का उन्होंने आदेश दिया है। वहीं फतेहपुर जनपद में जीएमआर के ठेकेदार व जेई आबूनगर तथा विद्युत वितरण खंड प्रथम के एसडीओ द्वारा स्मार्ट मीटर तो घर–घर लगाए जा रहे हैं, परंतु स्मार्ट मीटर के साथ लगने वाली आर्मेट केबल लगाने के नाम पर बड़ा खेल खेला जा रहा है। स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर लगाने वाले कर्मचारी 50 रुपए से लेकर 300 रुपए तक की अवैध वसूली प्रत्येक घर से की जा रही है। वहीं सूत्र बताते हैं कि आर्मेट केबल को लेकर प्रत्येक घर में स्मार्ट मीटर लगाने के साथ आर्मेट केबल का पैसा विद्युत वितरण खंड प्रथम के एसडीओ व जेई तथा जीएमआर के ठेकेदार द्वारा डकारा जा रहा है, अपने आप में एक बड़ा भ्रष्टाचार का खेल खेलकर सरकारी पैसे का गमन किया जा रहा है। वहीं सवाल यह उठता है कि जब उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा स्मार्ट मीटर को लेकर प्रत्येक घर में आर्मेट केबल लगाने का आदेश है तो फिर साधारण केबल से क्यों लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर। यदि घरों में लगने वाले स्मार्ट मीटरों के साथ आर्मेट केबल की गहनता से हो जाए जांच तो निकलकर आएगा भ्रष्टाचार का महाजिन्न। यही कारण है कि विद्युत चोरी पूरी तरह से रोकने में सरकार नाकाम साबित हो रही है।