फतेहपुर संवाददाता।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने तथा प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने की जिम्मेदारी पुलिस प्रमुखों को सौंपते हुए कहा था कि प्रदेश को अपराध मुक्त करना ही उनका सपना जो हर हाल में साकार होना चाहिए। मुख्यमंत्री के सपने को साकार करने हेतु उनकी मंशा के अनुरूप कार्य करते हुए भी पुलिस प्रमुख नजर आ रहे हैं किंतु पुलिस महकमें के कुछ पुलिस कर्मियों द्वारा अपराध पर अंकुश लगाने की जगह अपनी खाकी का खौफ आम जनता व समाज के कुछ सम्मानित व्यक्तियों के भीतर पैदा करने का काम किया जाता है इतना ही नहीं अपनी खाकी का खौफ दिखाते हुए छोटे व्यवसाईयों से लेकर समाज के सम्मानित व्यक्तियों तक सभी से अभद्रता व गाली-गलौज कर उन्हें अपमानित किया जाता है। मालूम रहे कि शहर कोतवाली में तैनात कोतवाल तारकेश्वर राय द्वारा एक सम्मानित व्यक्ति भाजपा नेता एवं अस्पताल के संचालक डॉ अमित शर्मा के साथ अभद्रता करते हुए गाली- गलौज कर उन्हें अपमानित किया गया था जिसके बाद डॉक्टर अमित शर्मा ने कोतवाल के द्वारा किए गए बर्ताव का बखान करते हुए एक वीडियो वायरल किया था और उन्होंने यह भी कहा था कि पता नहीं मैं कल रहूं या ना रहूं पर न्याय की लड़ाई जरूर लड़ी जाएगी। भाजपा नेता डॉक्टर अमित शर्मा ने शहर कोतवाल के द्वारा किए गए अपमान को बर्दास्त ना कर सके और डिप्रेशन में आकर अपने अस्पताल में फांसी लगा कर आत्महत्या करने का प्रयास किया जब अस्पताल के स्टाफ ने देखा तो डॉ अमित शर्मा को जिला अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखते हुए कानपुर रेफर कर दिया था। वहीं मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा नेता डॉ अमित शर्मा किसी मामले में कोतवाल तारकेश्वर राय से बातचीत करने कोतवाली गए थे और बात चीत के दौरान कोतवाल ने उनके साथ अभद्रता कर गाली- गलौज करते हुए कोतवाली से भगा दिया था। हैरत की बात तो यह है कि शहर कोतवाल तारकेश्वर राय ने पूर्व में ज्वालागंज बस स्टॉप के समीप शाम को यात्रियों को चाय, नाश्ता, पानी की सुविधा प्रदान करने वाले छोटे व्यवसाईयों को भी दुकान बंद करवाने की धमकी देते हुए गाली-गलौज की थी जिसकी चर्चा अब क्षेत्र में लगातार हो रही है इसके अलावा शहर कोतवाली में तैनात कुछ पुलिस कर्मियों द्वारा बस स्टॉप के समीप छोटे व्यापारियों को लगातार कई महीनो से अभद्रता व गाली-गलौज की जाती है इस बात से तो यह सब जाहिर होता है कि शहर कोतवाल आम जनता के दिलों में अपनी खाकी का खौफ पैदा कर रहा है और अराजक तत्वों को संरक्षण प्रदान कर रहा है। शहर कोतवाली क्षेत्र में इस बात की चर्चा आम जनता के बीच बेशुमार है कि शहर कोतवाल भ्रष्टाचार में लिप्त होकर आम जनता व पीड़ितों का उत्पीड़न कर रहा है। भाजपा नेता के साथ घटित घटना के बाद क्षेत्र में शहर कोतवाल के खिलाफ आम जनता द्वारा तरह-तरह की चर्चाएं की जा रही हैं। हालांकि शहर कोतवाल के खिलाफ कार्यवाही को लेकर भाजपा संगठन ने भी आवाज उठाई है। गौरतलब बात तो यह है कि कोतवाल के इर्द-गिर्द घूमने वाले कुछ शुभ चिन्तक भाजपा नेता डॉ अमित शर्मा के साथ घटित घटना को रचा हुआ षड्यंत्र बता रहे हैं किंतु शायद यह नहीं जानते की आत्महत्या का प्रयास करना किसी के लिए भी आसान नहीं होता बल्कि विषम परिस्थितियों में किसी के कारण कोई व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो जाता है तभी वह आत्महत्या करने को मजबूर होता है जो सामान्य स्थिति में करना बहुत मुस्किल होता है इसके अलावा कोतवाल पर एफ.आर लगाने हेतु अमित शर्मा द्वारा दबाव बनाने की बात भी कही जा रही है किंतु डॉ अमित शर्मा की वायरल वीडियो में उपरोक्त मामले में किए गए बखान और जानकारी के मुताबिक अमित शर्मा किसी मामले में कोतवाल से बात- चीत करने कोतवाली गए थे। उक्त मामले को देखते हुए यह तो साफ जाहिर होता है कि शहर कोतवाल को बचाने का प्रयास बखूबी किया जा रहा है। हालाकि उक्त मामले की जांच के बाद ही सच और सही बात सामने आयेगी।