फतेहपुर (जसवन्त विश्वकर्मा)।
-सबसे बड़ा सवाल-आखिर किस व्यक्ति या मोबाइल नंबर से प्रबंध समिति को भेजा गया त्यागपत्र।
-बीत गए पांच दिन नहीं हो सकी प्रिंसिपल की गिरफ्तारी, नाटकीय ढंग से हाजिर हो सकते हैं राज कपूर।
-बेटी को इंसाफ की अभी-भी है दरकार। माता-पिता की सिसकियां मांग रही इंसाफ।
-पुलिस की हीला हवाली ने खड़े किए कई बड़े सवाल। उच्च स्तरीय जांच से होगा पर्दाफाश।
-खागा नगर के सरस्वती बाल मंदिर इंटर कॉलेज का मामला।
-स्वामी प्रसाद मौर्य कल आएंगे फतेहपुर, डिप्टी सीएम का कार्यक्रम नहीं हुआ निर्धारित।
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद के खागा नगर स्थित सरस्वती बाल मंदिर इंटर कॉलेज में ड्राइवर व प्रधानाचार्य की प्रताड़ना से आजिज एक बेटी ने बीती 25 सितम्बर को स्कूल की दूसरी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था, जिसकी कानपुर के एक निजी अस्पताल में उपचार दौरान 27 सितंबर की रात को मौत भी हो गई। इस घटना को लेकर समूचे जिले में आक्रोश देखने को मिल रहा है और लोगों के जेहन में बेटी की मौत को लेकर तरह-तरह के सवाल भी उठ रहे हैं। इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी काफी हद तक लोगों को हैरान एवं परेशान करती है, क्योंकि बेटी द्वारा घटना को अंजाम दिए जाने के 24 घंटे के बाद पुलिस ने इस मामले पर मुकदमा दर्ज किया, जबकि बेटी द्वारा छत से कूदने का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो चुका था। खागा कोतवाली पुलिस अपने दायित्व के प्रति कितना गंभीर है इसका अंदाजा स्वयं ही लगाया जा सकता है। रसूखदार विद्यालय होने की वजह से पुलिस ने जल्दबाजी में कोई भी काम करना उचित नहीं समझा, जिसकी वजह से अगर विद्यालय मैनेजमेंट द्वारा सबूतो के साथ छेड़छाड़ की गई होगी तो बेटी को इंसाफ दिलाना बड़ी मुसीबत का सबब बन सकता है। इसके अलावा सबसे बड़ा सवाल यह है कि 27 सितंबर को जब ड्राइवर की गिरफ्तारी पुलिस ने कर ली थी तो नामजद दूसरे आरोपी प्रधानाचार्य को पुलिस क्यों नहीं गिरफ्तार कर पाई है। आखिरकार आज विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा प्रधानाचार्य से पद मुक्त होने का प्रस्ताव पास किया गया तो प्रिंसिपल राजकपूर सिंह ने प्रधानाचार्य के पद से इस्तीफा देते हुए त्याग पत्र सोशल मीडिया में वायरल करा दिया। इस मामले को लेकर पुलिस एवं विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा जो नाटकीय रूपरेखा तैयार की गई है, उसे जिले की जनता भली-भांति समझ रही है। *सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि प्रधानाचार्य का इस्तीफा पत्र जो सोमवार को सोशल मीडिया में वायरल किया गया है वह पत्र आखिरकार किसके जरिए प्रबंध समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया या फिर स्वयं प्रधानाचार्य राज कपूर सिंह प्रबंध समिति के समक्ष प्रस्तुत होने के बाद त्यागपत्र दिया, क्योंकि पुलिस के अनुसार प्रधानाचार्य फरार चल रहे हैं। ऐसे में उनका त्यागपत्र किस व्यक्ति या मोबाइल नंबर द्वारा भेजा गया है जांच का विषय है।
जिले के प्रबुद्धजनों का इस प्रकरण पर सीधे कहना है कि खागा कोतवाली पुलिस की भूमिका संदिग्ध समझ में आती है। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए वरिष्ठ जजों का एक पैनल बनाकर उनकी निगरानी में जांच की जाए, अन्यथा यह पूरा मामला सीबीआई के हवाले कर दिया जाए, तभी पूरे मामले से पर्दा उठ सकेगा।
ज्ञात रहे कि प्रदेश के जाने-माने नेता एवं दलित एवं पिछड़ों की आवाज बुलंद करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य कल मंगलवार को मृतक बेटी के परिवारीजनो से मुलाकात करने आ रहे हैं। वही उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए ट्वीट के माध्यम से जहां इस मामले पर पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने की बात कही है। वही फतेहपुर पुलिस से भी निष्पक्ष जांच कर दोषियों को जेल भेजने के लिए आगाह किया है। इसके अलावा श्री मौर्य ने मृतक बेटी के पारिवारिक जनों से जल्द ही मुलाकात करने की बात कही है, किंतु उनका कार्यक्रम अभी निश्चित नहीं हो सका है।
छह नामजद व 40 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज
खागा नगर स्थित सरस्वती बाल मंदिर इंटर कॉलेज की छात्रा द्वारा स्कूल की दूसरी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या किये जाने के मामले को लेकर आक्रोशित लोगों ने खागा नगर शव पहुंचने पर एंबुलेंस रोककर रोड जाम करने का प्रयास किया था, इस मामले में पुलिस को स्थिति नियंत्रण करने के लिए हल्का बल भी प्रयोग करना पड़ा था। इस मामले को लेकर पुलिस ने छः नामजद समेत 40 लोगों के खिलाफ सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चिन्हित कर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने निरीक्षक दिनेश कुमार शुक्ला की तहरीर पर हैदर सिद्दीकी, नूर आलम, राजा यादव, प्रेम नारायण विश्वकर्मा, उमर खान, मनीष दिवाकर समेत 35 अज्ञात लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।