करोड़ो की लागत से बना जनपद का इकलौता पार्क प्रदूषण की जद में जिम्मेदार मौन

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फतेहपुर संवाददाता।
-उड़ती धूल के कारण ठेलिया, खोमचे वाले नदारद, खाने पीने व मनोरंजन को तरसते बच्चे।
-सरकारी भूमि को अपना बताकर हजारों की प्रतिदिन हो रही कमायी।
-मोरम,गिट्टी, मिट्टी डम्प,उड़ती धूल के कारण पार्क से दूर होते जा रहे लोग।
-चालान काटने के एवज शह दे रहा प्रशासन।
-सूत्रों की माने तो हाईकोर्ट में लंबित मुकदमे वाली भूमि पर लाखों कमा रहे लोग।

करोड़ो की लागत से बना भिटौरा रोड स्थित जनपद का इकलौता पार्क “श्री अटल बिहारी पार्क” इन दिनों मिटते अस्तित्व के कगार पर है। ज्ञात हो कि पूर्व में रही भाजपा सांसद व कैबिनेट मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के हाथो भिटौरा रोड स्थित श्री अटल बिहारी वाजपेयी पार्क का उद्धघाटन कर पार्क की साफ सफायी व सुरक्षा का पूरा विश्वास दिलाया गया था।
शहर को पार्क मिलते ही जनता का आवागमन अत्याधिक होने लगा व सुबह आने वाले स्वास्थ्य से जुड़े लोगों को पार्क एक वरदान सा लगने लगा। लेकिन बदलतीं परिस्थितियों के कारण पार्क को अनदेखा किया जाना बेहद शर्मनाक साबित हो रहा।
इधर लगभग दो माह से उसी पार्क के सामने कुछ व्यवसायी मोरंग,गिट्टी व मिट्टी डम्प करके ट्रेक्टर व ठेलों से लेबर द्वारा फुटकर बेचने का काम कर रहे। जिसके कारण उड़ती धूल से सुबह पार्क में आने वाले लोगों को आंख व स्वास की समस्या पैदा हो रही।
इसी क्रम में पार्क के सामने फुटपाथ पर लगने वाले फुटकर की दुकानों में बिकने वाले सामान पर धूल मिट्टी बैठने के कारण लोगो ने दुकानें हटा दी, जिससे पार्क में आने वाले बच्चों के लिये मनोरंजन खत्म होने के कारण पार्क में आना बंद कर दिया। आखिर छोटी दुकानों का चालान करने वाली नगरपालिका की नजर इस तरह के अवैध और प्रदूषित काम करने वालो पर नजर क्यों नही पड़ी। मामला किसी दबाव का है या सेटिंग का, जनता के बीच खासी चर्चा होती नजर आ रही। अब देखना ये है कि खबर चलाये जाने के बाद लोगों को प्रदूषण मुक्त कर ऐसे माफियाओं पर कार्यवाही की जाती है या यूं ही पूरा मामला सेटिंग गेटिंग के माध्यम से चलता रहेगा और सरकारी करोड़ो की लागत से बना पार्क यूं ही वीरान होता नजर आएगा ।