फतेहपुर/नि.सं.
-बड़े-बड़ों की विस्तारवादी मानसिकता से योगीराज की हो रही किरकिरी
-सिस्टम के जिम्मेदारों पर भी उठ रहे सवाल
अलंबरदारों का कहर जारी है, समूचा प्रशासनिक/पुलिसिया सिस्टम इनके आगे जैसे नतमस्तक है। पिछ्ले दिनो शहर के अति चर्चित पटेल नगर इलाके में स्थित एक भवन के एक हिस्से का सूबे की योगी सरकार में काबिज एक असरदार अलंबरदार माननीय के गुर्गों द्वारा सबल बैनामा करवाया गया था, जिसमें मारपीट और फिर मुकदमेबाजी भी हुई थीं, मामला अभी शान्त भी नहीं हो पाया था कि बैनामे वाले हिस्से के साथ साथ उपरोक्त भवन के अन्य दो हिस्सो के अधिकांश अगले भाग को आज सुबह भारी तामझाम के साथ ढहा दिया गया। बगैर किसी नोटिस एवं सूचना दिए जेसीबी लगाकर अचानक हुई तोड़फोड़ से यहां पर दशकों से काबिज बुक सेंटर, परचून की दुकान, क्लीनिक आदि का कीमती सामान नष्ट हो गया, जिनका लाखो का नुकसान अनुमानित है! गौरतलब है कि सत्ता के अलंबरदारों ने कोरोना संक्रमकाल को माकूल अवसर मानते हुए शहर की बेश कीमती जमीनों पर हाथ साफ करना जारी रखा है। सबसे पहले पटेल नगर चौराहे के भूखण्ड पर सबल कब्ज़ा किया गया। उसके बाद पूर्व मंत्री एवं बसपा नेता के मैरिज लान की विवादित जमीन पर सिस्टम के जिम्मेदारों ने पूरी रात काम चलवाकर कब्ज़ा दिलवा दिया। उसके बाद कुछ एक और मामलों में सत्ता के अलंबरदारों ने दम दिखाकर कब्ज़ा कर लिया। आज फिर वही कहानी दोहराते हुए संगीनों के साए में कायदे- कानून को मुंह चिढ़ाते हुए ब्लात कब्जे की एक और पटकथा लिख दी गई।
सवाल यह उठता है कि योगी राज में नियम- कानून के कुछ मरने बचे भी है या नहीं। आखिर प्रशासन और पुलिस के उच्च पदस्थ जिम्मेदार ऐसी अंधेरगर्दी होने कैसे दे रहें हैं! कौन है जिम्मेदार! अंत्योगत्वा सवाल वहीं पर आकर सहम जाता है कि कौन कहे और किससे कहे ! वैसे आज की घटना को लेकर लोगों में काफी रोष है और सत्ता से ही जुड़े अन्य लोग सरकार की हो रही तगड़ी फजीहत को ऊपर तक लेे जाने की बात कह रहें हैं…!
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December 6, 2023