वाराणसी/भेलूपुर संवाददाता
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर शासन द्वारा मीटिंग पर सख्त रोक के निर्देश के बावजूद भी पुलिसकर्मियों की मीटिंग जारी है। बुधवार को प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने स्पष्ट रुप से कहा कि पुलिसकर्मियों को संक्रमण मुक्त रखने पर बल दिया जाए। प्रवर्तन की कार्यवाही में जाने वाले पुलिसकर्मी ग्लब्स, मास्क और सेनेटाइजर की अवश्य उपयोग करें। साथ ही यह भी निर्देश दिया कि पुलिस बैरक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी प्रोटोकॉल का अवश्य पालन किया जाए। लेकिन सच्चाई इन आदेशों से इतर है। चौराहों से लेकर हॉटस्पॉट और अस्पतालों तक ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों के बीच अब संक्रमण का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ता चला जा रहा है। बुधवार को आए रिपोर्ट के मुताबिक लंका थाने के दो दरोगा भी संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। एहतियातन उन्हें कोरेन्टीन कर दिया गया है, मगर अब अन्य भेलूपुर सर्किल के पुलिसकर्मी अपने स्वास्थ्य को लेकर कर सशंकित हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक लंका थाने के दो दरोगा जो करोना संक्रमित पाए गए हैं वह 12 जुलाई को सीओ भेलूपुर के ओआर (आर्दली रुम) में बैठे थे। उसके बाद सीओ भेलूपुर थाना भेलूपुर और मड़ुवाडीह थाने का भी ओआर आयोजित किए जिसमे दोनों थाना के चौकी प्रभारी और थाना प्रभारी मौजूद रहे। ऐसे में तीनों थानों के मिस्टर भी अब अपने स्वास्थ्य को लेकर सशंकित हैं। बताते चलें कि कोरोना संक्रमण काल के शुरुआती दौर में पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य को देखते हुए ओआर और मीटिंग रद्द कर दी गई थी, लेकिन ओआर के पुनः शुरू होने से पुलिसकर्मी एक जगह इकट्ठा होते हैं और उनके स्वास्थ्य को खतरा बन गया है। 20 पुलिसकर्मी लगातार जनता के संपर्क में है इसलिए उनके स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए पुलिस अधिकारियों को उचित कदम उठाने की आवश्यकता है।बताते चलें कि कोरोना संक्रमण काल के शुरुआती दौर में पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य को देखते हुए ओआर और मीटिंग रद्द कर दी गई थी, लेकिन ओआर के पुनः शुरू होने से पुलिसकर्मी एक जगह इकट्ठा होते हैं और उनके स्वास्थ्य को खतरा बन गया है। 20 पुलिसकर्मी लगातार जनता के संपर्क में है इसलिए उनके स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए पुलिस अधिकारियों को उचित कदम उठाने की आवश्यकता है।
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December 6, 2023