वाराणसी/ब्यूरो
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के आह्वान पर आज प्रदेश के सभी ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों व अभियन्ताओं ने वाराणसी सहित सभी जनपदों में अपराह्न 02 बजे से सायं 05 बजे तक 03 घण्टे का कार्य बहिष्कार किया एवं विरोध प्रदर्शन किया गया। उप्र के बिजली कर्मचारियों की कल छुपी गिरफ्तारियों के विरोध में आज देशभर में बिजली कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किये। शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जन्म जयंती पर मशाल जुलूस निकाल रहे उप्र के बिजली कर्मियों की गिरफ्तारी एवं वाराणसी में नामजद एफआईआर दर्ज करने की देशभर में निन्दा की गयी।
वाराणसी में शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर शांतिपूर्ण मशाल जुलूस निकाल रहे बिजली कर्मियों पर नामजद एफ आई आर कराने की केंद्रीय विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश ने घोर निन्दा की और पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी सूर्य पाल गंगवार का लखनऊ में घेराव कर बिजली कर्मियों ने मांग की कि वाराणसी में की गयी एफ आई आर तत्काल वापस ली जाये अन्यथा की स्थिति में बिजली कर्मी पूरे पूर्वांचल में काम ठप करने को बाध्य होंगे।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में भी उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों को देश भर के बिजली कर्मचारियो का समर्थन मिला है। देश के 15 लाख बिजली कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर और अभियंता उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों के निजीकरण के विरुद्ध संघर्ष में 5 अक्टूबर को देशभर में विरोध प्रदर्शन करेंगे। बिजली कर्मचारियों व अभियंताओं की राष्ट्रीय समन्वय समिति नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज एंड इंजिनियर्स(एनसीसीओईईई) की हुई ऑनलाइन बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में चल रहे संघर्ष में उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों के साथ देश के सभी प्रांतों के 15 लाख बिजली कर्मी पूरी एकजुटता से उनके साथ हैं। एन सी सी ओ ई ई ई की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार 5 अक्टूबर को जब उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मियों का पूरे दिन का कार्य बहिष्कार प्रारंभ होगा तब उनके समर्थन में देश के सभी प्रांतों के 15 लाख बिजली कर्मी विरोध प्रदर्शन व विरोध सभायें करेंगे और उप्र के साथ एकजुटता(Solidarity) का परिचय देंगे। एनसीसीओ ईईई ने यह भी निर्णय लिया कि यदि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मियों को गिरफ्तार किया गया और दमन किया गया तो देश के अन्य प्रांतों के बिजली कर्मी मूकदर्शक नहीं रहेंगे और उत्तर प्रदेश के समर्थन में राष्ट्रव्यापी आंदोलन प्रारंभ कर दिया जाएगा।
आज प्रबंध निदेशक कार्यालय पर हुई विरोध सभा पर संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि निजी कंपनियां आगरा, नोएडा, मुंबई, उड़ीसा जैसे शहरों में सरकारी धन को लूटने में लगी हुई है| सरकार द्वारा बिजली की दरों में वृद्धि भी निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने के ही उद्देश्य से ही की जा रही है| निजीकरण कर सरकार गरीब जनता को भुखमरी की स्थिति पर ला कर खड़ा कर देना चाहती है | बिजलिकर्मियो के आंदोलन को आज उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अरविंद सिंह पटेल,माध्यमिक शिक्षा संघ मिर्ज़ापुर के जिलाध्यक्ष डॉ0 प्रवीण पटेल, डा0 पीयूष दत्त सिंह सभा मे उपस्थित होकर अपना समर्थन दिया। सभा को सर्वश्री ई0 चंद्रेशखर चौरसिया, आर0के0 वाही, मायाशंकर तिवारी,ए0के0 श्रीवास्तव, लालचंद यादव,ई0 संजय भारती, शशिकिरण मौर्य,रमाशंकर पाल, आर0के0 राय, आर0बी0यादव, वीरेंद्र सिंह, रमन श्रीवास्तव, हेमंत श्रीवास्तव, रमाशंकर पाल, जिउतलाल, विजय सिंह,अंकुर पाण्डेय, ए0पी0 शुक्ला, महेंद्र मौर्य, मदनलाल श्रीवास्तव, जगदीश पटेल, डी के दोहरे, संतोष वर्मा, राजेश कुमार, कृष्णा भारद्वाज, एस के सिंह, महेंद्र मौर्य, नीरज बिंद, फणीन्द्र राय आदि पदाधिकारियो ने संबोधित किया।
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December 6, 2023