फतेहपुर/नि.सं.
लगभग चार सप्ताह पूर्व शहर के पटेल नगर इलाके के एक मकान को लेकर बैनामा कार्यालय में सत्ता से जुडे दो पक्षों में हुई मारपीट के हाई प्रोफाइल मामले में उच्च पदस्थ सत्ता के अलंबरदारों की अनियंत्रित होती क्रिया शीलता पर नकेल डालने की हिम्मत कोतवाली पुलिस ने दिखाते हुए पीड़ित दलित की तहरीर पर हरिजन उत्पीड़न समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले में अलमबरदारों के गुर्गे चिंटू-पिंटू और मिंटू समेत आधा दर्जन लोगों को नामजद किया गया है। पुलिस के भरोसेमंद सूत्रो के अनुसार यह मामला तब और हाई प्रोफाईल हो गया था, जब सत्तारुढ़ दल की एक महिला जनप्रतिनिधि ने इस प्रकरण को लेकर पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारियों की क्लास लेते हुए तुरन्त मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए थे। साथ ही मामले को ऊपर तक लेे जाने की धमकी भी दी थीं। खबर है कि हाई प्रोफाइल इस मामले में अपनी जवाबदेही और फजीहत से बचने के उद्देश्य से पुलिस प्रशासन ने दूसरे पक्ष की तहरीर पर सदर कोतवाली में एक पखवारे पूर्व ही एससी/एसटी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया था, जबकि 307 आदि धाराओं के तहत एक मुकदमा कथित घटना वाले दिन ही दर्ज हो गया था किन्तु दोनों ही मुकदमों को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में सत्ता के दो आदमकदो के आमने सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन का रुख क्या होता है! क्या चिंटू-मिंटू और पिंटू आदि के जरिए आगे भी अलंबरदारी जारी रह पायेगी या फिर इनकी क्रिया शीलता पर अंकुश लगेगा। साथ ही पुलिस का रुख भी देखने वाला होगा, बड़ा सवाल यह है कि क्या इन दोनों मुकदमों पर कुछ कार्यवाही होगी या फिर काग़ज़ी ही साबित होगी ! वैसे प्रशासन के समक्ष ये सत्ता के अलमबरदार अगले कुछ दिनो में कुछ और बड़ी चुनौतियां पेश कर सकते हैं ! भरोसेमंद सूत्रो के अनुसार ठीक पटेल नगर चौराहे के भारी भरकम भूखण्ड के साथ साथ विवादित गुरुदेव सदन एवं पीडब्लूडी डाक बंगले के सामने वाले बड़े भूखण्ड (मूसा के उपदेश वाले शिलापट्ट) पर सबल किसी भी समय हाथ डालने का ताना-बाना बुना जा रहा है!