फतेहपुर/संवाद सूत्र
गांवों में कोरोना की बढ़ती दस्तक और सर्दी जुकाम-बुखार के मिल रहे मरीजों के बाद अब गांवों का सफाई चक्र बदल दिया गया है। गांव-गांव तैनात सफाई कर्मी फिलहाल एकल रूप में काम नहीं करेंगे, बल्कि न्याय पंचायत स्तर पर सभी कर्मियों की गठित एक-एक गांव में अभियान चलाकर पूर्ण सफाई व सैनिटाइजेशन करेगी। कर्मचारियों को सामग्री ग्राम सभा की ओर से काम के दौरान उपलब्ध कराई जाएगी। न्याय पंचायत के सभी गांव अधिकतम 14 दिन में पूरे किए जाएंगे और इसके बाद चक्र फिर उसी गांव से शुरू होगा जहां से शुरू हुआ था। शनिवार को अभियान का आगाज 132 टीमों को नियुक्त किया गया है और गांवों को सैनिटाइज किया जाएगा। इन्हें फावड़ा, कूड़ा गाड़ी आदि चीजें पंचायत की ओर से दी जाएगी। जिला पंचायत राज अधिकारी अजय आनंद सरोज ने बताया कि इस नई व्यवस्था से पूरा का पूरा गांव साफ होगा और शत-प्रतिशत सैनिटाइजेशन कार्य भी करा दिया जाएगा। इस कार्य से गांवों में कोरोना को रोकने में सफलता मिलेगी। इस तरह बनी टीम व टीम लीडर न्याय पंचायत में शामिल ग्राम पंचायतों एक करके यहां के सभी तैनात सफाई कर्मचारियों का एक पूल बना दिया गया है। हर टीम में दस से बारह कर्मचारी है। इन कर्मचारियों में से एक कर्मचारी को टीम लीडर बनाया गया है जो हर दिन न्याय पंचायत के गांव में सफाई का रोस्टर तैयार करेगा और सफाई व सैनिटाइजेशन कहां कहां हुआ इसकी फोटो, वीडियो व लिखित विवरण तैयार कर एडीओ पंचायत को सौंपेगा।
पंचायतों में सचिव खर्च करेंगे धनराशि
ग्राम पंचायतों में प्रधान निर्वाचित हो गए हैं, लेकिन शपथ न होने से वित्तीय अधिकार प्रशासक के रूप एडीओ पंचायत व पंचायत सचिव के पास है। इस समय कोरोना को लेकर विशेष अभियान शुरू किया गया है तो अनेक चीजें खरीदनी भी पड़ रही है। जिला पंचायत राज अधिकारी ने इसके लिए एडीओ पंचायत व सचिव को जिम्मेदारी दी है। कहा है कि जहां भी सैनिटाइजेशन के हाईपोक्लोराइड या अन्य किसी प्रकार की सामग्री खरीदनी है तो वह यहीं लोग खरीदकर काम को गति दें।