रायबरेली/नि.सं.
एक दिन के लिए बनी जिलाधिकारी मिताली विश्वकर्मा ने समस्याओं का निराकरण भी किया। समय सुबह के 10 बजकर 32 मिनट। जिलाधिकारी की कुर्सी पर आठवीं की छात्रा मिताली विश्वकर्मा। सामने उन्हीं के विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक दीपक कुमार। हाथ जोड़कर बोले-डीएम साहिबा, हमारे प्राइमरी और जूनियर स्कूल रोझइया भीखमशाह में बाउंड्रीवाल नहीं है। 330 बच्चे हैं। इस पर प्रभारी कलक्टर बोलीं-आप बीएसए से मिले या नहीं, जवाब मिला बीईओ, बीडीओ से मिले थे। इस पर कलेक्टर बेटी बोली कि आप बीएसए से मिलिए। शिकायत का निस्तारण न हो तो आइएगा। उनके शिकायती पत्र पर न सिर्फ समस्या निस्तारित करने की बात लिखी, बल्कि खुद मिताली ने हस्ताक्षर भी किए। यह सब संभव हुआ डीएम वैभव श्रीवास्तव की पहल से। उन्होंने छात्रा मिताली विश्वकर्मा को न सिर्फ एक दिन का डीएम बनाया बल्कि, जन सुनवाई के दौरान आदेश-निर्देश जारी करने का अधिकार भी दिया।
मुकदमा दर्ज है-
मारपीट के मामले में क्या कार्रवाई हुई-जन सुनवाई के दौरान पहला मामला ऊंचाहार कस्बे में वक्फ बोर्ड की जमीन के संबंध में आया। कमर रजा नकवी ने बताया कि लोन लेकर नौ दुकानें बनवाई थीं। 25 साल से दुकानदार न कब्जा छोड़ रहे हैं और न किराया दे रहा। प्रकरण जटिल था तो डीएम वैभव श्रीवास्तव ने मिताली को स्पष्ट किया। इसके बाद होनहार बिटिया ने उन्हें एसडीएम से जाकर मिलने को कहा और इस संबंध में संबंधित को निर्देश भी जारी किए। इसी बीच ऊंचाहार के गड़ग्राम बरसवा से मारपीट की शिकायत लेकर एक युवक आया। उसने बताया कि गांव में ही झगड़ा हुआ था। पुलिस ने बुलाया तो थाने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही विपक्षियों ने पीट दिया। पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। इस पर मिताली ने एसओ से बात की और प्रकरण के बाबत पूछा। थानाध्यक्ष ने बताया कि फरियादी की मां ज्ञानवती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज है। कार्रवाई की जा रही है। ऐसे ही पांच प्रकरण आमने-सामने और बाकी के ऑनलाइन उन्होंने सुने और आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए।
क्या बोले जिलाधिकारी–
महिला सुरक्षा के लिए विधिक उपबंध बने हैं। अब जरूरत सामाजिक उपबंधों की भी है ताकि आधी आबादी का आत्मविश्वास बढ़े। उन्हें उनकी शक्तियों का आत्मबोध और आत्मावलोकन कराने के उद्देश्य से मेरे द्वारा ये प्रयास किया गया है।-वैभव श्रीवास्तव,जिलाधिकारी
बेटी बोली-
ये मेरे लिए गौरव के क्षण हैं। मेरी पूरी कोशिश रहेगी की मैं भविष्य में अधिकारी बनूं और सामाजिक विसंगतियों को दूर करने में अपनी भूमिका अदा करूं।-मिताली विश्वकर्मा
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December 6, 2023