फतेहपुर नि.सं.
धाता/थाना क्षेत्र के देवरी रोड स्थित कुएं से 6 दिसंबर को मिले शव का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया। इस हत्या की वजह दोस्तों के बीच एक प्रेमिका बनी। पुलिस ने हत्यारोपी दोस्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।छह दिसंबर को देवरी रोड स्थित कुएं में पुलिस को एक शव मिला था। इसकी पहचान धाता के अहमदपुर कुसुंभा निवासी बृजभान सिंह ने बेटे अमन सिंह (16) के रूप में हुई थी। वह कक्षा 11 का छात्र था। अमन 14 नवंबर की शाम से लापता था। शव की पहचान बृजभान सिंह ने चप्पल और कपड़ों के आधार पर की थी। मामले में पिता बृजभान सिंह ने गांव के आशुतोष सिंह उर्फ छोटी पुत्र प्रशांत सिंह उर्फ पिंटू सिंह से विवाद के चलते हत्या की आशंका जताई थी। पुलिस ने आशुतोष से पूछताछ की थी लेकिन सुराग नहीं मिला। हत्या के बाद से अमन का मोबाइल गायब था। पुलिस मोबाइल ट्रेस करने में जुटी थी। गांव का आदित्य सिंह उर्फ अक्कू पुत्र स्व.प्रमोद सिंह भी 14 नवंबर के बाद से गायब था। आदित्य 26 दिसंबर को गुड़गांव से लौटा। उसने अमन के मोबाइल में अपना सिमकार्ड इस्तेमाल किया। पुलिस ने सुराग मिलते ही आदित्य को उठा लिया। आदित्य ने फिर सारा मामला बयां कर दिया। उसने बताया कि हत्या में उसका दोस्त आशुतोष सिंह भी शामिल था। जिसे पुलिस ने मंगलवार सुबह भोर लिहई तिराहे से पकड़ लिया। घटना की खुलासा करते हुए प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र सिंह ने बताया कि आशुतोष ने गांव के कुछ लड़कों के साथ गांव स्थित एक बाग में दीपावली की रात कार्यक्रम का आयोजन कराने की तैयारी की। आपस में रुपये जमा करके डीजे लगवाने और खाने पीने का आयोजन एक बाग में रखा। इसमें शामिल होने के लिए उसने आदित्य की मदद से अमन को भी बुलाया। अमन दीपावली की शाम को कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा। जहां आदित्य पहले से मौजूद था। शराब पीने के बहाने आदित्य उसे बाइक से लेकर निकल गया और कुछ दूरी पर तालाब किनारे आशुतोष खड़ा था। आदित्य ने आशुतोष के पास बाइक रोकी। इसके बाद तीनों धाता कस्बा शराब लेने पहुंचे। जहां से खराब लेकर वह लोग देवरी रोड कुएं के पास पहुंचे। जहां अमन को अधिक शराब पिलाई गई। इसके बाद उन दोनों ने चाकू से अमन का गला रेत कर हत्या कर दी। इसके बाद अमन का मोबाइल लेकर आदित्य गुड़गांव चला गया था। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर आला कत्ल दो चाकू, अमन का पर्स, आधार कार्ड, हत्या में इस्तेमाल की गई आशुतोष की बाइक व मोबाइल बरामद किया है। दोनों हत्यारोपियों ने अमन को मारने के लिए ऐसी जगह चुनी थी, जहां जल्दी से किसी का आना जाना नहीं था। देवरी रोड पर सुनसान जगह में कुआं होने के कारण किसी को शव के बारे में पता भी नहीं चला। 22 दिन बाद चारवाहे कुएं के पास से निकले तो उन्हें गंध महसूस हुई। उन लोगों ने कुएं के अंदर देखा, तो शव पड़ा दिखा। इसके बाद पुलिस को सूचना मिली।