वाराणसी/भेलूपुर संवाददाता
प्रधानमंत्री व काशी के सांसद नरेंद्र मोदी के वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव में प्रस्तावक बनने वाले डोम राजा जगदीश चौधरी का मंगलवार सुबह सिगरा स्थिति एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। इसकी जानकारी मिलते ही डोम परिवारों में शोक की लहर दौड़ गई। त्रिपुरा भैरवी घाट पर रहने वाले जगदीश चौधरी पिछले कई दिनों से पैर के जांघ के घाव की समस्या से जूझ रहे थे। परिजनों के मुताबित सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। भर्ती होने के कुछ समय के बाद ही उनकी मौत हो गई। जानकारी के मुताबित डोमराजा लंबे समय से जांघ में घाव की समस्या से परेशान थे। वाराणसी में अंतिम संस्कार मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर होता है। दोनों घाटों पर अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी डोम समाज के पास है। काशी में इस प्रमुख जिम्मेदारी को निभाने के कारण इन्हें डोम राजा कहा जाता है।
वर्ष 2019 के दिसंबर माह में पंचगंगा घाट पर काशी घाट वॉक की ओर से आयोजित टाइटल सॉन्ग के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उन्होने कहा था, की इसी काशी के घाट पर बचपन से लेकर जवानी और अब बुढापे तक बहुत उतार-चढ़ाव देखें। यह घाट ही हमारा घर है, इसी से हमारी पहचान है। निधन की खबर पाकर सीएम ने भी दुख: जताया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने लिखा है कि सामाजिक समरसता की भावना के प्रतीक पुरुष, काशीवासी डोम राजा जगदीश चौधरी का निधन अत्यंत दुखद है। जगदीश चौधरी का कैलाशगमन संपूर्ण भारतीय समाज की एक बड़ी क्षति है बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना है कि आपको अपने परमधाम में स्थान प्रदान करें। डोम राजा केवल बनारस के लिए लिहाज़ से ही नही बल्कि आध्यात्म के लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं। हिंदू धर्म में छुआछूत समाप्त करने के उद्देश्य से महंत अवैद्यनाथ जी ने डोम राजा के घर साधुओं के साथ भोजन कर सहभोज की शुरूआत की थी। प्रधानमंत्री द्वारा प्रस्तावक बनाएं जाने पर जगदीश चौधरी ने कहा था कि यह पहली बार है जब किसी राजनैतिक दल ने डोम राजा परिवार के सदस्य को चुुनाव में प्रस्तावक बनाया है। जगदीश चौधरी ने खुशी का इजहार करते हुए कहा था हम बरसों से लानत झेलते आए हैं। हालात पहले से सुधरे जरूर हैं, लेकिन समाज में हमें पहचान नहीं मिली है और प्रधानमंत्री चाहेंगे तो हमारी दशा जरूर बेहतर होगी।
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December 6, 2023