वाराणसी/भेलूपुर संवाददाता
सोनू सूद के लिए अब हर किसी की जुबां से एक ही बात निकलती है-‘एक ही तो दिल है, कितनी बार जीतोगे सोनू’। दिल जीतने वाला काम सोनू ने एक बार फिर किया है। सोनू अब बनारस के नाविकों के मदद के लिए आगे आये हैं। लॉकडाउन के दौरान कई प्रवासियों को घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी उठाने वाले सोनू सूद ने काशी के माझी परिवारों की सुध ली है। इस बार सोनू ने गंगा सेवकों के सामने आजीविका का संकट आने के बाद मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने एक ही दिन में मदद पहुंचाने का आश्वासन देकर काशी में नाविकों को मानो संजीवनी दी है। काशी में नाविकों की समस्या को देखते हुए सामाजिक कार्यकर्ता दिव्यांशु उपाध्याय ने सोनू सूद को काशी के इन नाविकों के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी दी थी। दिव्यांशु ने लिखा था कि – ‘वाराणसी के 84 घाटों में 350 कश्ती चलान वाले परिवार आज दाने-दाने के लिए तरस रहें हैं। इन 350 नाविक परिवारों की आप आखरी उम्मीद हो।’ सामाजिक कार्यकर्ता की ओर से इस संबंध में गंगा घाट और गंगा में बाढ़ की भी कई तस्वीरें भी पोस्ट की गई हैं।
अब मेरी जिम्मेदारी
गंगा में बाढ़ आने के कारण और मुश्किलें इनकी बढ़ गई है! काशी में 15 से 20 दिन तक इनके बच्चों को भूखे पेट न सोना पडे। दिव्यांशु के पोस्ट का संज्ञान लेते हुए अभिनेता सोनू सूद ने घंटे भर में जवाब दिया कि अब नाविकों के परिवार की जिम्मेदारी उनकी है। उन्होंने पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा कि –‘वाराणसी घाटों के यह 350 परिवारों का कोई भी सदस्य आज के बाद भूखा नहीं सोएगा। आज मदद पहुंच जाएगी।’
आजीविका हुई प्रभावित
मार्च माह में लॉकडाउन के बाद अनलॉक शुरू होते ही नाविकों के लिए कमाई करने का मौका मिला। मगर गंगा में बाढ़ की वजह से जिला प्रशासन ने एक बार फिर 15 सितंबर तक के लिए गंगा में नौका संचालन बंद कर दिया। इसके बाद से ही नाविकों की आजीविका एक बार दोबारा प्रभावित हो गई।
कुम्हारों को पहुचाया है राशन
इससे पहले सोनू के काशी कुम्हारों को भी राशन पहुंचवाया था। जिसपर समाजसेवी दिव्यांशु ने ट्वीट करके उन्हें धन्यवाद दिया था। सोनू ने उनका आभार जताया था।
प्रवासियों के मसीहा हैं सोनू सूद
बात अगर सोनू सूद के पिछले काम की करें तो वे एक मसीहा के रूप में सामने आए हैं। लॉकडाउन में प्रवासियों को उनके घरों तक पहुंचाना, प्रवासी रोजगार ऐप की शुरुआत, बाढ़ से जूझ रहे असम और बिहार के लिए स्पेशल हेल्प पहुंचाना आदि ऐसे कई कामों को वह अंजाम दे चुके है। सोनू सूद इससे पहले वाराणसी के कई लोगों को मुंबई से सुरक्षित घर पहुंचा चुके हैं। विदेश में फंसे पूर्वांचल के कई छात्रों को भी कोरोना संक्रमण काल में विमान से वह उनके घर सुरक्षित पहुंचा चुके हैैं।
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December 6, 2023