अमौली/फतेहपुर,संवाद सूत्र
विकास खण्ड अमौली के परिषदीय विद्यालयों में विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी पुष्पराज सिंह के नेतृत्व में जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए गए ।वही परिषदीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक उमेश कुमार के नेतृत्व में कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव हेतु कुलखेड़ा और छेद्दू के डेरा में जागरूकता अभियान चलाया गया। और घर घर जाकर सभी परिवारों के प्रत्येक सदस्य को मास्क और साबुन वितरित किए गए। वही नवीन सत्र में शासन द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के तहत नवीन नामांकन में बालिका शिक्षा के उत्थान हेतु बालिकाओं के नामांकन पर विशेष बल देते हुए शत-प्रतिशत नामांकन एवं मिशन प्रेरणा की ई पाठशाला फेस 2, रेडियो के जन पहल कार्यक्रम व दूरदर्शन के शैक्षिक कार्यक्रमों में बच्चों की सहभागिता पर जोर दिया गया। स्कूल बंद होने के बावजूद अपने बीच में अपने शिक्षक को पाकर शिक्षक बच्चे जहां खुश नजर आए वही जगह जगह पर शिक्षक का अभिभावकों ने अभिनंदन किया और शिक्षक की इस पहल की खुले दिल से सराहना की। कोरोना संक्रमण के चलते यहां विद्यालय बच्चों के लिए पूरी तरह बंद है और शिक्षक अपने सरकारी कामकाज निपटा रहे हैं चुनाव एवं किसानी के काम की व्यस्तता से ग्रामीण अस्त-व्यस्त नजर आते हैं, वही विश्व स्वास्थ्य दिवस महत्वपूर्ण दिवस पर परिषदीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक उमेश कुमार की गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी ग्रामीण अंचल के लोगों में जागरूकता फैलाने हेतु साहित्य एवं सामग्री घर घर जाकर वितरित करने की ठानी और कई किलोमीटर तक पैदल भ्रमण कर प्रत्येक घर तक कोरोना महामारी के खिलाफ संक्रमण के बचने के उपाय एवं सरकार द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों पर लगाई जा रही निशुल्क वैक्सीन एवं सामाजिक दूरी एवं संक्रमण से बचने के उपादानों को विभिन्न स्लोगन की तख्तियों एवं पंपलेट के माध्यम से लोगों को न केवल जागरूक किया, बल्कि परिवार के प्रत्येक सदस्य को मास्क एवं हाँथ धुलने की साबुन तथा मास्क धुलने के लिये भी साबुन प्रदान की। वही नवीन सत्र में नामांकन हेतु अभिभावकों से संपर्क किया उन्हें बच्चों के लिए स्कूल की इस बंदी के बावजूद सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न शिक्षा के उपादानों जैसे रेडियो व दूरदर्शन के शैक्षिक कार्यक्रम एवं मोबाइल पर चलने वाले विभिन्न एप्प के संदर्भ में विस्तार से जानकारी भी दी। सैकड़ों परिवार तक पहुंची इस मुहिम में सभी ग्रामीणों ने एक सुर में शिक्षक की इस मुहिम को बेजोड़ बताया और कहा यदि सभी शिक्षक और सामाजिक लोग इस तरह की कार्य शुरू कर दें तो कोई भी गरीब, बेसहारा और वंचित नहीं रह जाएगा। दर्जनों अभिभावकों ने गांव भ्रमण के दौरान शिक्षक के साथ चलकर एक सामाजिक समरसता की परिकल्पना सार्थक कर दी।