खागा/फतेहपुर,संवाद सूत्र
नगर क्षेत्र में प्राचीन धरोहरों की खोज करते हुए इनके संरक्षण का अभियान चलाया जाएगा। विश्व जल दिवस से शुरू हुआ यह अभियान आगामी 22 अप्रैल विश्व पृथ्वी दिवस तक अनवरत चलेगा। बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में ओमप्रकाश द्विवेदी ने नगर के सांस्कृतिक एवं पर्यावरण की सृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी साझा की। बताया कि नगर क्षेत्र में 12 से अधिक तालाब थे, जिनमें वर्षा जल संचय होता था। धरोहर बचाओ संघर्ष समिति की अगुवाई कर रहे मां गौरा शिक्षा सदन के सांस्कृतिक प्रमुख केदारनाथ शुक्ल ने कहा कि आज हम जीवित भर हैं, क्योंकि, अपनी सांस्कृतिक विरासत को खोने के साथ हमने जीवन का आनन्द भी खो दिया है। एडवोकेट मोतीलाल ने समिति की सराहना करते हुए कहा, खागा बचाओ संघर्ष समिति की तरह ही एक बार फिर से एकजुटता दिखाने की जरूरत पड़ेगी। व्यापार मंडल अध्यक्ष शिवचंद्र शुक्ल, जल, जंगल व जमीन के संरक्षण के लिए संघर्षरत इंजी. प्रवीण पांडेय, डॉ. शिवशंकर सिंह, शिवम हथगामी एवं अन्य उपस्थित लोगों ने संघर्ष समिति को सहयोग का भरोसा दिया। विद्यालय के निदेशक एवं प्रधानाचार्य डॉ. राजेंद्र सिंह ने मुहिम से जुड़ने के लिए शिक्षा, साहित्य, व्यापार, राजनीति क्षेत्र के लोगों से अपील की।