अमौली/फतेहपुर, संवाद सूत्र
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत कार्य योजना के अनुसार बाल विवाह एक अपराध है। इस विषय पर चर्चा करते हुए संगोष्ठी प्रारंभ की गई। मिशन शक्ति अभियान को सार्थक बनाने हेतु धरातल पर उतर कर नारी शक्ति को जागरूक बनाने हेतु एवं बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने हेतु विकास खण्ड अमौली में प्रतिमा उमराव प्रशिक्षित बालिका शिक्षा नोडल एवं मीना मंच संदर्भ दाता के द्वारा प्राथमिक विद्यालय कीरत सिंह का पुरवा का सहयोगात्मक एवं सुझाव आत्मक भ्रमण किया गया। जिस में उपस्थित सभी मातृशक्ति को मिशन शक्ति अभियान के उद्देश्य को बताते हुए नारी समाज को सशक्त और आत्मनिर्भर बढ़ने की प्रेरणा दी। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न महान नारियों की गाथा सुना कर एवं वर्तमान समय में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रही महिलाओं के बारे में चर्चा की। शिक्षा ही वह आधार है जिसके माध्यम से हम किसी भी मंजिल को प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षा ही वह गहना है जिसको पहनकर किसी दूसरे आभूषण को पहनने की आवश्यकता नहीं होती है। इस लिए मातृशक्ति को विश्वास दिलाया कि बालिका शिक्षा को अपना एक मुख्य लक्ष्य मानते हुए बेटियों को अवश्य शिक्षित करें। मिशन शक्ति के अंतर्गत गुड टच बैड टच को एक उदाहरण देकर भी सभी को समझाया। किसी भी प्रकार की घरेलू हिंसा को न सहन करें और महिला हेल्पलाइन नंबर एवं चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर के बारे में भी चर्चा की। कन्या भ्रूण हत्या के विरोध, दहेज प्रथा, पोक्सो एक्ट आदि के विषय में भी चर्चा किया तथा मीना मंच एवं मिशन शक्ति पंजिका का भी अवलोकन किया।मीना मंच सुगमकर्ता शोभा सहायक अध्यापिका ने भी उपस्थित नारी शक्ति को जगाने हेतु या जागृत करने हेतु बाल विवाह के से होने वाले जैसे शारीरिक और मानसिक रूप से विभिन्न दुष्परिणामों से सभी को अवगत कराया और उपस्थित सभी मातृशक्ति से यही अपील की कि वह अपनी बेटियों को अच्छी शिक्षा और पूरी शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार प्रदान करें।
मिशन प्रेरणा के अंतर्गत मिशन प्रेरणा उत्सव, शिक्षा चौपाल के अंतर्गत उपस्थित अभिभावकों को संबोधित करते हुए विद्यालय की प्रधानाध्यापिका दीपा वर्मा ने सभी अभिभावकों से विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की। जिनमें प्रेरणा लक्ष्य सुमंगला योजना, शारदा योजना एवं आधार कार्ड आदि के बारे में विभिन्न प्रकार से सभी को जानकारी दी। सभी अभिभावकों से बच्चों को रोज स्कूल भेजने उनके गृह कार्य को रोज देखने और समय से गृह कार्य पूरा कराने की अपील की। प्रेरणा लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अभिभावकों का सहयोग बहुत ही आवश्यक है । इस प्रकार से विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए अंत में मीना मंच की सुगमकर्ता द्वारा उपस्थित सभी अभिभावकों को शपथ ग्रहण कराई गई कि वह बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अभियान में अपने सजग और सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करेंगे और समाज को भी जागरूक करने में अपना पूरा योगदान देगें । प्रधानाध्यापिका के द्वारा उपस्थित सभी माताओं बालिकाओं अभिभावकों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभा समाप्ति की घोषणा की गई। इस मौके पर अध्यापिका प्रतिमा उमराव के साथ मीना मंच सुगम कर्ता शोभा विद्यालय की प्रधानाध्यापिका दीपा वर्मा एवं दर्जनों ग्रामीण महिलाएं एवं बालिकाएं उपस्थित रही।