वाराणसी ब्यूरो
रामेश्वर क्षेत्रीय नगरीय एवम पर्यावरण अध्ययन केंद्र लखनऊ द्वारा सेवापुरी ब्लाक के रामेश्वर गांव में तरल अपशिष्ट प्रबंधन मॉडल तालाब का निर्माण आज से शुरू हो गया। 7.8 लाख रुपये के लागत से बनने वाले तालाबो का समय सीमा डेढ़ माह निर्धारित हो गयी है। 26 मीटर बाई 19 मीटर में दो पाण्ड साढ़े 9 मीटर का तालाब और 16 बाई 14 मीटर के तालाब में दो पाण्ड बनेगा। खुदाई के बाद पीपीसी के ऊपर फ्लैट का कार्य होगा।ईट द्वारा चेम्बर व पाइप लाइन लगाई जायेगी। रसोई,नहाने व कपड़े धोने के बाद निकलने वाले पानी तथा सीवर व सेफ्टी टैंक से निकलने वाले गन्दे पानी के प्रबंधन की व्यवस्था होगी। इसके लिए गांव में तालाब बनाने का काम आज से शुरू हो गया है।क्षेत्रीय नगरीय एवम पर्यावरण अध्ययन केंद्र के विशेषज्ञ अनिल शर्मा के अनुसार कार्य योजना के अनुसार गांवों की जनसंख्या और तरल अपशिष्ट की मात्रा के अनुसार तीन तरह के तालाब बनाए जाने का कार्य होगा।ट्रीटमेंट के बाद साफ पानी का उपयोग खेती के सिंचाई, मत्स्य पालन व भूजल रिचार्ज में किया जाएगा। विशेषज्ञ अनिल शर्मा ने बताया कि गांवों में शहरीकरण बढ़ने के साथ पानी की मांग बढ़ती जा रही है। शौचालय में वेस्टर्न तकनीकी, नल से पानी आपूर्ति से पानी की मांग व खपत बढ़ी है और भविष्य में भी बढ़ना तय है।ऐसे में ध्यान रखकर यह आवश्यक हो गया था कि मॉडल तालाब बनाये जांय। इस कार्य मे रोहित कुमार इंजीनियर जीआईएस एक्सपर्ट वीरेंद्र यादव लगाए गए हैं।जिनके देखरेख में कार्य कराया जाएगा। ग्राम प्रधान रामप्रसाद के अनुसार मनरेगा मजदूर से यह कार्य कराया जाएगा।किसी भी मशीन का प्रयोग नहीं किया जाएगा। जेसीबी व ट्रेक्टर का प्रयोग नहीं होगा। कुछ स्थानीय लोगो ने जमीन को लेकर प्रतिरोध भी किया जिन्हे शांत करा दिया गया।
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December 6, 2023