फतेहपुर/संवाद सूत्र
-कोविड-19 नियमो को कुछ लोग धता बताने में रहे जुटे।
-डीएम-एसपी घूम-घूमकर लेते रहे लॉकडाउन का जायजा।
-मार्गो पर रहा सन्नाटा,दुकानों में लटकते रहे तले।
प्रदेश सरकार द्वारा 35 घंटे के लगाए गए लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए एक तरफ जहां जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे व पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल घूम-घूम घूम कर क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए लॉक डाउन की सफलता का जायजा लेते रहेl वही पंचायत चुनाव के मद्देनजर कलेक्ट्रेट परिसर में उमड़ी प्रत्याशियों की भीड़ ने कोविड-19 को कहीं न कहीं धता बताने का भी प्रयास किया। सिंबल पाने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे ज्यादातर प्रत्याशियों ने मास्क तो लगा रखा था, किंतु इन सब के बीच कुछ लोग ऐसे भी रहे जो मास्क बिना ही इधर-उधर घूमते रहे और कोरोना नियमों को धता बताने में तुले रहे। इतना ही नहीं सिंबल पाने की होड़ में पहुंचे ज्यादातर प्रत्याशी मास्क तो लगाए नजर आए, किंतु दो गज की दूरी जैसा कड़ा नियम भूल गए। उधर लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे व पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल जिले के विभिन्न क्षेत्रों का दौराकर सफलता का जायजा लेते रहे। इस दौरान कई स्थानों पर मिले कोविड-19 संक्रमित मरीजों के क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए वहां की व्यवस्थाओं को जांचा और परखा। जिलाधिकारी ने कहा कि जहां-जहां कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति मिल रहे हैं, वहां पर नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए। आवश्यक वस्तु के अलावा अन्य लोगों की आवाजाही पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जाए। उन्होंने अधीनस्थों को निर्देश देते हुए कहा कि यह महामारी का दौर चल रहा है और इसमें जरा सी भी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है। उन्होंने अधीनस्थों को निर्देश देते हुए कहा कि कोविड-19 के लिए जो भी निर्देश शासन द्वारा जारी किए गए हैं। उनका अक्षरश: पालन कराया जाए और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाए। इसके अलावा लॉकडाउन के दौरान पंचायत चुनाव प्रचार को लेकर भी जिलाधिकारी गंभीर दिखी और जायजा लेती रही कि कहीं कोई प्रत्याशी या उनका समर्थक प्रचार-प्रसार में तो नहीं लगा है। उन्होंने अधीनस्थों से कहा कि अगर इस तरह का कोई भी व्यक्ति मिले तो उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने यहां तक कह डाला कि अगर कोई छोड़ने-छुड़ाने की सिफारिश लेकर आए तो उसे कह दे कि यह निर्देश डीएम द्वारा दिए गए है।