वाराणसी/संवाददाता
हरहुआ विकासखंड के भटौली गाँव सभा की बंजर जमीन पर जलसंचय के उद्देश्य से गत 10/12 साल पूर्व लाखों रुपए खर्च कर मनरेगा से खुदवाए गये तालाब को अचानक शुक्रवार को पाटने की प्रक्रिया शुरू होनें से गाँव वासियों में आक्रोश का माहौल है।
गाँव के तत्कालीन भटौली ग्राम प्रधान कमला प्रसाद पटेल एवं ओमकार पटेल व काशी पटेल नें बताया कि सालों पूर्व ग्राम सभा की खुली बैठक में प्रस्ताव पास कर आ. न. 168 रकबा 0.1940 हे. में तालाब की खुदाई करायी गयी थी। मनरेगा के अन्तर्गत जलसंचय हेतु खोदे गये तालाब की कुछ सालों बाद मरम्मत भी कराया गया। जिसमें मनरेगा मजदूरों पर सरकार का लाखों रुपए खर्च हो गए। उक्त तालाब में संचित जल में जहाँ पशु पानी पीते हैं वहीं दुर्गा पूजन के पश्चात मूर्तियो का विसर्जन भी इसी तालाब में होता रहा है।भटौली गाँव के ओमकार पटेल नें उपजिलाधिकारी पिंडरा को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि ग्राम सभा के नवागत लेखपाल द्वारा शुक्रवार को अचानक जेसीबी लेकर उक्त तालाब को पटवाया जानें लगा। ग्रामीणों नें लेखपाल द्वारा सरकार के लाखों खर्च कर खोदे गये तालाब को पटवाने का विरोध करते हुए पूर्व ग्राम प्रधान व लेखपाल को बुलाया। लेकिन नवागत लेखपाल सालों पुराने तालाब को पाटने की जिद पर अड़े रहे। ग्रामीणों की शिकायत पर उपजिलाधिकारी नें भटौली गाँव आकर तालाब का निरीक्षण करनें का आश्वासन दिया है। तालाब पाटने को लेकर गाँव में गुटबन्दी व तनाव का माहौल है।
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October 23, 2023