फतेहपुर/नि.सं.
-चार और दो विधान सभा सीट की जनसभाओ में नहीं जुटी आशातीत भीड़
-अतिरिक्त विश्वास में दिखे सपा सुप्रीमों, एक एक बात को चार से छह बार तक दोहराया
-हाजी रजा का जिक्र न करने से चेयरमैन प्रतिनिधि समर्थको में छाई रहीं मायूसी,सपा प्रत्यासी पर लगे आरोप
फतेहपुर एवं जहानाबाद में चुनावी जनसभा को सम्बोधित करने पहुँचें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने फतेहपुर के बीजेपी नेताओं पर जमीन कब्जा करने के आरोप लगाए। कहा कि भाजपा नेता ‘सुबह से शाम तक करते हैं जमीनों पर कब्जा’। भाजपा का जितना बड़ा नेता उतना बड़ा झूठ बोलता है। वे ज्यादातर समय कुछ अतिरिक्त विश्वास में दिखे और एक एक बात को कई कई बार दोहरा रहे थे। उनकी अधिकांश बात समझ में ही नहीं आ रही थी। उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला और जाते जाते यहाँ के स्थानीय भाजपा जनप्रतिनिधियों पर बड़ा आरोप लगा गए। अखिलेश ने कहा कि फतेहपुर में बीजेपी के ऐसे ऐसे नेता हैं जिनका सुबह से शाम तक केवल एक ही काम है जमीनों पर कब्जा करो। बाजारों की जमीन, गरीबो की जमीन इन भू माफियाओं ने कब्जा कर ली है।सदर विधानसभा क्षेत्र के मुस्लिम इंटर कॉलेज मैदान में अखिलेश यादव की जनसभा हुई। इसके बाद यहां से अखिलेश यादव जहानाबाद के लिए हेलीकॉप्टर से उड़ गए। वहां भी बिन्दकी और जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र की संयुक्त जनसभा को संबोधित किया।मुस्लिम इंटर कॉलेज के मैदान में चार विधानसभा क्षेत्र (सदर, खागा, शाह अयाह और हुसैनगंज) से इस रैली में अपेक्षाकृत भीड़ तो नहीं जुट सकी, बावजूद इसके अखिलेश यादव काफी उत्साहित दिखे। उन्होंने कई मुद्दों पर भाजपा सरकार और सीएम योगी पर जमकर हमला बोला वह अपने पूरे भाषण के दौरान योगी को बाबा मुख्यमंत्री कह कर तंज कसते रहे। अखिलेश ने कहा कि जिस तरह का जोश और उत्साह दिखाई दे रहा है, इस बार भारतीय जनता पार्टी का यहां से खाता खुलने वाला नहीं है।
रोजगार के मुद्दे पर अखिलेश यादव बोले
रोजगार के मुद्दे पर कहा कि समाजवादियों ने तय किया है कि 69000 शिक्षक भर्ती में जिनके साथ खिलवाड़ हुआ है उनकी मदद करेंगे.साथ ही शिक्षामित्र, बीएड, बीपीएड, टीईटी अभ्यर्थियों की भी मदद करेंगें। उन्होंने किसानों के मुद्दे पर कहा कि भाजपा के लोग वादा कर रहे थे कि किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी यहां पर किसान भाई भी होंगे बताओ किसान भाइयों 5 साल में कितने किसानों की आय दुगनी हो गई।
सीएम योगी पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा कि पहले तो हमें सूचना थी कि बाबा मुख्यमंत्री लैपटॉप नहीं चला पाते हैं अब सूचना मिल रही है कि वह स्मार्ट फोन भी नहीं चला पाते हैं, जो खुद नहीं चला पाते वह कैसे लैपटॉप और स्मार्टफोन देंगे। समाजवादियों ने जो लैपटॉप दिए वो आज भी चल रहे हैं। सपा सुप्रीमों की फतेहपुर जनसभा में चार विधान सभाओ सदर, खागा, शाह अयाह और हुसैनगंज से भारी भीड़ जुटाने का दंभ भरा गया था, किन्तु ज्यादातर भीड़ कार्यक्रम स्थल के आस पास की ही जुटी। अयाह शाह विस क्षेत्र की सहभागिता काफ़ी कम आंकी गई, जिससे वहां के प्रत्याशी विशंभर प्रसाद निषाद को सपा नेताओं के सामने नज़रे भी चुरानी पड़ी। 242 हुसैनगंज से ऊषा मौर्या और खागा से रामतीरथ परमहंस भी सलीके से अपनी मौजूदगी का अहसास नहीं करवा पाए।
यहां पर सपा सुप्रीमों द्वारा अपने सवा घण्टे के संबोधन के दौरान एक भी बार जेल में बंद पार्टी के वरिष्ठ नेता नगर पालिका परिषद, फतेहपुर के चेयरमैन प्रतिनिधि हाजी रजा मोहम्मद के अति चर्चित मामले का जिक्र तक न करने से जहां रजा समर्थको में खासी मायूसी देखी गई, वहीं तरह तरह की चर्चाओं का बाजार भी गर्म हो गया। बताते हैं कि सपा के सदर प्रत्यासी चन्द्र प्रकाश लोधी ने अखिलेश से रजा का नाम न लेने का अनुरोध किया था, इसके पीछे उन्होंने चुनाव में नुकसान होने की बात कहीं थी। यह भी चर्चा रही कि नगर पालिका परिषद फतेहपुर की राजनीति में चन्द्र प्रकाश लोधी और रजा मोहम्मद एक दूसरे के विरोधी माने जाते हैं, शायद कुछ ऐसे ही कारणों के चलते सपा सुप्रीमों को रजा का नाम लेने से परहेज करना पड़ा। बाद चलते चलते मंच में बैठी पालिका चेयरमैन नजाकत खातून से जरूर मुखातिब हुए, किन्तु न ढाढस बंधाया और न खैरियत पूंछी।
इसी तरह जहानाबाद की जनसभा में भी अखिलेश के कद के मुताबिक जनसमूह एकत्रित करने में जहानाबाद के मदन गोपाल वर्मा और बिन्दकी के रामेश्वर दयाल बहुत ज्यादा प्रभावी नहीं दिखे। जिला संगठन के जिम्मेदार सिर्फ अखिलेश यादव को अपना चेहरा दिखाने की होड़ में व्यस्त रहे। इस मौके पर जिलाध्यक्ष विपिन सिंह यादव, पूर्व सांसद डा. अशोक पटेल, सदर प्रत्याशी चंद्र प्रकाश लोधी, अयाह-शाह प्रत्याशी विशंभर प्रसाद निषाद, हुसैनगंज विधानसभा प्रत्याशी ऊषा मौर्या, खागा विधानसभा प्रत्याशी रामतीर्थ परमहंस के अलावा पूर्व विधायक वीर अभिमन्यु सिंह, पूर्व विधायक मो. सफीर, सुमैया राणा, स्वामी सत्यात्मानंद, चेयरपर्सन नजाकत खातून, अरूणेश पांडेय, चौधरी मंजर यार, रामशरण यादव, आजम खान, केतकी यादव, अमित मौर्या, परवेज आलम, राजू साहू, ठा. सतीश राज सिंह, डीडी कुशवाहा, अनु मिश्रा, कविता अग्निहोत्री, नफीसा बानो भी मौजूद रहीं।