बिन्दकी/फतेहपुर,संवाददाता सीएचसी में स्वास्थ्य सेवाओं को उच्चीकृत किए जाने की नीति आयोग ने हरी झंडी दे दी है। सीएचसी को नर्सिंग होम की तर्ज पर संचालित करने के लिए हड्डी रोग विशेषज्ञ व सर्जन की तैनाती होगी। इमरजेंसी वार्ड को वातानुकूलित किया जाएगा। सीएचसी का भवन संयुक्त चिकित्सालय स्तर का बना है। भवन में बने वार्डों पर 50 बेड संचालित हो सकते हैं। अभी तक जो स्वास्थ्य सेवाएं चल रही हैं, उसमें 40 फीसदी भवन का ही उपयोग हो पा रहा है। जनरल और प्राइवेट वार्ड बंद पड़े हैं। नीति आयोग की टीम ने सीएचसी के भवन की स्थिति व ओपीडी में मरीजों की संख्या को देखते हुए सेवाओं को उच्चीकृत करने की मंजूरी दी है। इस पर डीएम के निर्देश पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एसपी जौहरी ने सीएचसी का दौरा किया। चिकित्सकों व कर्मचारियों की तैनाती के साथ ही इनकी संख्या में बढ़ोतरी पर सीएचसी प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। सीएचसी में सर्जन न हो पाने के कारण आपरेशन थिएटर पर ताला पड़ा हुआ है। हड्डी रोग विशेषज्ञ न होने के कारण यहां से मरीजों को कानपुर व फतेहपुर जाना पड़ता है। सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. पीवी सिंह ने बताया कि सीएचसी में हड्डी रोड विशेषज्ञ व सर्जन चिकित्सक की तैनाती की मांग काफी दिनों से चल रही हैं। इस संबंध में अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। रिपोर्ट भी भेजी जा रही है। कर्मचारियों की लापरवाही से बंद हैं कई जांचें कर्मचारियों की लापरवाही से सीएचसी में कई महत्वपूर्ण जांचें बंद हैं। खून की जांच के लिए सीएचसी में सीबीसी मशीन लगी है। इस पर पिछले छह माह से खून की जांच नहीं हो रही है। बीमारों को बाहर पैथालाजी में महंगी जांचें करानी पड़ रही हैं। इसके अलावा टीबी यूनिट में लगी सीबी नाट मशीन भी बंद है। सीएचसी बिन्दकी में स्वास्थ्य सेवाओं का उच्चीकरण होना है। ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में तैनात चिकित्सकों को यहां भेजा जाएगा। हड्डी रोग विशेषज्ञ व सर्जन की तैनाती की मांग की गई है। जल्द ही यहां पर इन दो चिकित्सकों की तैनाती होगी। सीएचसी को सुविधाओं से लैस करने के लिए क्या-क्या जरूरत है, इस पर सीएचसी प्रशासन से रिपोर्ट मांगी गई है। इमरजेंसी को वातानुकूलित बना दिया जाएगा, बजट होगा तो वार्ड भी वातानुकूलित कर लिए जाएंगे।-डा. एसपी जौहरी,अपर मुख्य चिकित्साधिकारी