फतेहपुर संवाददाता
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश चौहान का जनपद प्रथम आगमन पर भव्य स्वागत किया गया। जनपद सीमा असनी से लेकर शहर आगमन एवं उनके पैतृक गांव तक कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने जोशीले अंदाज में नारेबाजी करते हुए स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह किसानों की समस्याओं को लेकर हमेशा लड़ाई लड़ते रहेंगे, उन्होंने राकेश टिकैत और नरेश टिकैत पर जमकर साधा निशाना और कहा कि मेरा संगठन में काम करने का अनुभव 33 साल है और उनका केवल 11 साल, कौन सीनियर है आप बताएं और किसान तय कर ले उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन आराजनीतिक हमेशा लड़ाई लड़ता रहा है और आगे भी संघर्ष जारी रहेगा। विभाग के डाक बंगले में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वह महात्मा टिकैत के आदर्शों को मानने वाले हैं और उनके मार्गदर्शन पर लगातार किसान संगठन से जुड़े हुए हैं लेकिन जब उनका वजूद खत्म करने की स्थिति आ गई तो उन्होंने इस संगठन का गठन किया है। पश्चिम में बाकायदा जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी गई है पत्रकारों से बातचीत करते हुए भारतीय किसान यूनियन राजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान ने कहां की जल्द ही प्रदेश सरकार को उस घोषणापत्र को याद दिलाया जाएगा। जिसको लेकर उन्होंने किसानों से वादा किया था और उसे पूरा करवाए जाने का भी काम किया जाएगा।
लखनऊ कार्यालय के बकाया बिजली के बिल के बारे में बने रहे अंजान कई बार पूछने पर भी उन्होंने कहा कि राज्य संपत्ति विभाग द्वारा मेरे नाम दस्तावेज ही नहीं किया गया। इससे उनका कोई भी लेना देना नहीं है उनके ऊपर अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं जो पूरे तरीके से बेबुनियाद हैं अगर राज्य संपत्ति विभाग उनके द्वारा एक भी लिखित में दिए गए दस्तावेज पेश कर देगा तो उसकी अदायगी वह करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अगर घोषणा पत्र में किसानों के हितों को लेकर कही बातों को जल्द लागू नहीं किया तो देश और प्रदेश स्तर पर बीजेपी के खिलाफ आंदोलन खड़ा किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी भी प्रदेश सरकार की होगी इसके पूर्व श्री चौहान का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद जनपद में विभिन्न स्थानों पर भव्य स्वागत किया गया। किसान व्यापारी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के लोगों ने किसान नेता के स्वागत पर भारी संख्या में मौजूद रहे उन्होंने जिले के किसानों को भी भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं का निराकरण करवाना उनकी पहली प्राथमिकता है।