फतेहपुर/संवाद सूत्र रेलवे सिग्नल विभाग के जेई की पत्नी ने मंगलवार को पति से मामूली कहासुनी से नाराज होकर अपने मासूम बेटे के साथ गरबा सुपर स्पेशल एक्सप्रेस के सामने कूदकर बेटे के साथ जान दे दी। छानबीन करने पर पुलिस को मोबाइल फोन मिला, जिससे शिनाख्त हुई। दिवंगत अपने छोटे बेटे आयुष को घर में सोता छोड़कर गई थी। प्रयागराज जिले के करछना थानांतर्गत करछना के मजरा बेदंव निवासी उमेश पटेल स्थानीय रेलवे सिग्नल विभाग में बिन्दकी रोड स्टेशन के कंसपुर गुगौली स्टेशन में जेई के पद पर तैनात हैं। रेलवे स्टेशन के पास किराये के कमरे में उनके साथ 25 वर्षीय पत्नी अर्चना पटेल, डेढ़ वर्षीय बेटे प्रत्यूष व सात माह के आयुष रहते थे। बताते हैं, मंगलवार दोपहर अर्चना ने पति से अकाउंट चेक करने को पासबुक मांगी, लेकिन उन्होंने यह कहकर पासबुक दिखाने से इन्कार कर दिया कि अभी वह ड्यूटी पर जा रहे हैं। आने के बाद पासबुक दिखा देंगे। इसी बात को लेकर दंपती के बीच कहासुनी हो गई। विवाद बढने पर पति घर से निकलकर ड्यूटी चले गए। कुछ देर बाद अर्चना अपने मासूम बेटे प्रत्यूष को लेकर घर से निकलकर पैदल दुर्गा मंदिर के समीप रेलवे ट्रैक पहुंच गईं। इसी बीच अप लाइन में आ रही गरबा सुपर एक्सप्रेस के सामने अर्चना ने गोद में लिए बेटे के साथ छलांग लगा दी। मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। हरिहगंज चौकी प्रभारी विजय त्रिवेदी फोर्स के साथ पहुंचे। हादसे की खबर पाकर प्रयागराज जिले से दिवंगत के देवर प्रमोद व अन्य स्वजन भी आ गए। चौकी प्रभारी ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर छानबीन करने पर दिवंगत का मोबाइल फोन मिला। उससे डायल की गई काल मिलाने पर दिवंगत के भाई दयाशंकर से संपर्क हुआ। उन्होंने जेई पति उमेश को बताया। दो माह पूर्व मुंबई से आया था फतेहपुर पति उमेश पटेल ने बताया कि वह मुंबई रेलवे के सिग्नल विभाग में कार्यरत थे। दो माह पूर्व ही फतेहपुर स्थानांतरण करवाकर सपरिवार यहां आए थे। सरकारी कालोनी में कमरा न मिलने पर स्टेशन के सामने ही किराये का कमरा लेकर रहते थे। बताया कि पत्नी के अकाउंट चेक करने की मामूली जिद ने उसकी व मासूम बेटे की जान ले ली। उन्हें तनिक भी आशंका होती कि गुस्सा होकर पत्नी इतना बड़ा कदम उठा लेगी तो ड्यूटी न जाकर उसे फौरन पासबुक दे देता।