हुसैनगंज/फतेहपुर,(विपिन साहू)/
सातमील (एनएच 323) से लेकर डलमऊ गंगा ब्रिज तक 13 किलोमीटर लंबे मार्ग पर अब चलना दुश्वार हो रहा है, यहां के मुख्य मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो गया है, इस मार्ग पर भारी वाहनों के चलने से अब मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। यह मार्ग अब चलने लायक भी नहीं बचा, इस मार्ग पर साइकिल व बाइक सवार आए दिन गिरकर चोटिल हो रहे हैं। मार्ग में अब बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं सड़क की गिट्टी उखड़ कर बाहर हो गई है सिर्फ अब धूल ही धूल दिखाई दे रही है। हुसैनगंज के क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व जिला प्रशासन भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्य मार्गों को गड्ढा मुक्त करने के लिए 30 नवंबर तक की समय सीमा निर्धारित की थी, यह समय सीमा भी बीत जाने के बाद भी मार्ग गड्ढा मुक्त नहीं हो सका है। सातमील-डलमऊ मार्ग में अब बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं जिससे मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो चुका है यह मार्ग फिर से नए सिरे से बनने लायक है। इस मार्ग पर चलने वाले राहगीर व सड़क के किनारे बैठे दुकानदार सालों से धूल खा रहे हैं। सड़क की हालत खस्ताहाल होने के कारण इस मार्ग पर कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी है जिससे लोग कई लोगों की जान भी जा चुकी है और लोग आए दिन गिरकर चोटिल हो रहे हैं, लेकिन इस मार्ग पर कोई भी जनप्रतिनिधि व जिले के उच्च अधिकारी भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोक निर्माण विभाग भी आंख बंद कर के बैठा हुआ है। इस मार्ग पर करीब 2 वर्षों से बड़े-बड़े गड्ढे हो जाने के कारण आवागमन में लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। यह मार्ग फतेहपुर से रायबरेली, प्रतापगढ़, इलाहाबाद, सुल्तानपुर, फैजाबाद, अयोध्या आदि जनपदों को जोड़ता है। इस मार्ग पर प्रतिदिन सैकड़ों वाहनों का आवागमन होता है, ग्रामीणों का कहना है कि प्रदेश की योगी सरकार ने सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा किया है, लेकिन यह सब हवा-हवाई साबित हो रहा है, 2 साल बीत जाने के बाद भी यह मार्ग नहीं बन सका है! हुसैनगंज क्षेत्र के मातिनपुर गांव निवासी वली अहमद, अफजाल अहमद, संतु निषाद, 12 मील निवासी राजू द्विवेदी, राम बहादुर, उत्तम, निंबू लाल,चंदेलन का पुरवा गांव निवासी शत्रुघन सिंह, राजेश सिंह, अशोक सिंह, सत्यनारायण सहित काफी संख्या में ग्रामीणों ने बताया कि यह मार्ग इतना जर्जर हो गया है कि अब चलने लायक नहीं बचा है कई बार उच्चाधिकारियों से मार्ग बनवाए जाने की मांग भी की गई लेकिन मार्ग नहीं बनवाया गया, यहां क्षेत्र की जनता की कोई भी सुनने वाला नहीं है। लोक निर्माण विभाग भी आंख बंद कर चुपचाप बैठा हुआ है। क्षेत्र के लोगों ने जिले के उच्चाधिकारियों व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि से मार्ग बनवाए जाने की मांग की है।