जमशेदपुर/झारखण्ड(संवाद सूत्र),/
मानगो थाना क्षेत्र गौड़ बस्ती कृष्णा नगर निवासी 40 वर्षीय गैंगस्टर अमरनाथ सिंह की गुरुवार देर रात 11:30 बजे तीन अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात को दुमका जिले के बासुकीनाथ मंदिर से कुछ ही दूरी पर स्थित नंदिनी चौक के पास भरी भीड़ के सामने अंजाम दिया गया।
बासुकीनाथ से तारापीठ जाने की थी योजना
नजदीक से गोली लगने के कारण घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। अमरनाथ के साथियों ने बताया कि देवघर से पूजा कर वे लोग बासुकीनाथ पहुंचे थे। बासुकीनाथ मंदिर से 6 किलोमीटर की दूरी पर कार खड़ी कर दी थी। रात में आराम करने के बाद सुबह-सुबह तारापीठ में दर्शन को जाने की योजना थी। साथियों ने आरोप लगाया कि अमरनाथ सिंह के विरोधी गणेश सिंह के शूटरों से घटना को अंजाम दिलवाया।
केसरिया पहने तीन लोगों ने मारी गोली
अमरनाथ बासुकीनाथ मंदिर में पूजा करने के बाद पास में ही स्थित अपनी पत्नी, चार बच्चों व मां के साथ रुका हुआ था। शिविर से निकलकर वह अपने भतीजे मनीष व एक अन्य साथी के साथ नंदिनी चौक की ओर निकल पड़ा और अन्य साथियों को कार लाने भेज दिया। तभी केसरिया कपड़े पहने तीन लोग आए और झोला से पिस्तौल निकालकर अमरनाथ पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। फायरिंग की आवाज सुन वहां भगदड़ मच गई।
गणेश सिंह के कुख्यात शूटरों ने दिया घटना को अंजाम
फिलहाल, स्वजन और साथी जरमुंडी सदर अस्पताल में देर रात तक डटे रहे। पुलिस स्वजनों के बयान दर्ज करती रही। अमरनाथ सिंह सोमवार को स्वजनों और साथियों के साथ कार से सुल्तानगंज के लिए निकला था। वहां से देवघर पहुंचकर पूजा की थी। मानगो के गणेश सिंह से उसका पुरानी अदावत थी। गणेश सिंह पर हत्याए रंगदारी, आर्म्स एक्ट, हत्या के प्रयास समेत एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे। अधिकांश मामले में वह बरी हो चुका था। पिंकी से उसने प्रेम विवाह किया था। गणेश सिंह के गिरोह में कई कुख्यात शूटर हैं। कुछ माह पहले मानगो थाना की पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था। बाद में पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था। उस पर सीसीए के तहत भी कार्रवाई की गई थी। वह जमीन की खरीद-बिक्री के धंधे में सक्रिय था।