हुसैनगंज/फतेहपुर संवाददाता
प्रदेश सरकार ने ग्रामीण स्तर पर लोगो को अच्छी सुविधा देने के उद्देश्य से प्रत्येक ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण वर्ष 2019-20 में कराया था। कई ग्राम पंचायतों में बने सामुदायिक शौचालयों की हालत बड़ी खराब स्थिति में है।कई ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कार्य अभी भी अधर में लटका हुआ है और जहां कहीं भी शौचालयों का निर्माण कार्य पूरा हो गया है,वहा स्थित यह है,की शौचालय लावारिस हालत में है,और उनकी स्थिती जर्जर हो गई है तो किसी का अभी कार्य पूरा नहीं हुआ तो किसी के दरवाजे सड़ गए हैं तो किसी में समरसेबल चलाने के लिए लगाया गया स्टार्टर बॉक्स ही लावारिस हालत में पड़ा हुआ है। सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर के सामुदायिक शौचालयो का निर्माण तो करा दिया,इन शौचालयों की सफाई व्यवस्था की ग्राम सभा स्तर पर सफाई कर्मी को भी रखा गया है। जिनका मानदेय देने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधानो को दी गई है। लेकिन प्रधान और सिकेट्री की मनमानी के चलते सरकार की यह योजना दम तोड़ रही है। ऐसा ही एक मामला भिटौरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत चितीसापुर के मजरे गढ़ीवा में देखने को मिला,जहां सामुदायिक शौचालय तो बना हुआ है,उसमे अंदर का कार्य अधूरा पड़ा हुआ है,दरवाजों में जंग लगकर बेकार हो रहे है। सबसे बड़ी बात यह है कि शौचालय में पानी की व्यवस्था के लिए समरसेबल लगाया गया है,लेकिन उसका स्टार्टर खुले में लावारिस हालत में पड़ा हुआ है। उसका कोई सुधि नहीं ले रहा है।ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी श्यामू भी पल्ला झाड़ रहे हैं। ग्राम सभा के इन जिम्मेदारो का कहना है कि पूर्व में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य हुआ था। हम नए प्रधान बने हैं अभी हमको ज्यादा जानकारी नहीं है।