फतेहपुर संवाददाता
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (फतेहपुर) के चेम्बर के बाहर लगी इस निर्देश को गौर से देखिये जिसमें लिखा गया है कि “बिना आज्ञा के प्रवेश वर्जित है।”
इस निर्देश को उस कार्यालय के प्रमुख जिला स्तरीय अधिकारी के कक्ष के बाहर लगाया गया है जिस पर जिले भर की स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी है, और जिले भर से पीड़ित अपनी फरियाद लेकर इस कार्यालय पहुँचते हैं, यह अलग बात है कि इस सीट पर बैठने वाले प्रायः अपनी जिम्मेदारियों के प्रति गम्भीर नहीं रहे है। इस निर्देश के मायने तब और गम्भीर हों जाते है, जब सूबे के मुखिया के निर्देश स्पष्ट हैं कि “आम जनमानस के लिये अधिकारी हर समय उपलब्ध हों, इतना ही नहीं डीएम अपूर्वा दुबे के कलेक्ट्रेट स्थित कक्ष में फरियादी बे रोक-टोक आ-जा सकते है, बावजूद इसके सीएमओ की यह एरिस्टोक्रेसी समझ से परे है।