लखनऊ/संवाददाता पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए सुबह से ही जन समूह उमड़ रहा था। सुबह सात बजे करीब बसपा प्रमुख मायावती भी उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंची। इसके अलावा बाल कल्याण एवं महिला विकास मंत्री स्वाति सिंह भी उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पहुंची। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री को श्रद्धांजलि देने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आ सकते हैं। उनके साथ गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उमा भारती, विनय कटियार, जम्मू के राज्यपाल मनोज सिन्हा, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी पूर्व सीएम कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन के लिए आज आएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर रात करीब पौने 11 बजे दो माल एवेन्यू स्थित उनके आवास पर पहुंंचा। पार्थिव शरीर पहुंचते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव मौर्या, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत तमाम वीवीआइपी और वीआइपी भी अपने नायक को अंतिम विदाई देने के लिए पहुंच गए। यहां पर उन्होंने शोकाकुल परिवार वालों से वार्ता की और उच्चाधिकारियों को सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने रविवार को अंतिम दर्शन की कार्य योजना बनाते हुए उच्चाधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सुबह नौ बजे से 11 बजे तक माल एवेन्यू स्थित आवास पर अंतिम दर्शन किया जा सकेगा। इसके अलावा 11बजे से एक बजे तक कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर विधान भवन में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। वहीं, भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में रविवार दोपहर एक बजे से तीन बजे तक कार्यकर्ता अंतिम दर्शन कर सकेंगे। तीन बजे के बाद एयर एंबुलेंस से पूर्व मुख्यमंत्री का पार्थिव शरीर अलीगढ़ ले जाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कल्याण सिंह की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश की राजनीति जिस समय संक्रमण के दौर से गुजर रही थी तब 1991 में उन्होंने अपने शासन काल में शासन की सुचिता और पारदर्शिता का परिचय दिया था। वह आज यूपी के शासन व्यवस्था के लिए मानक माना जाता है। शासन की कार्यपद्धति देश के उत्थान के लिए हो इसके लिए उन्होंने काम किया। छह दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा के ध्वस्तीकरण के बाद उन्होंने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए भगवान श्रीराम के प्रति अपनी आस्था को व्यक्त करते हुए उन्होंने अपने पद से त्याग पत्र दे दिया था। इस दौरान उन्होंने कहा सत्ताएं आती जाती रहती हैं, लेकिन राम काज के लिए मुझे ये सब करना पड़ा है और ये मेरे लिए गौरव की बात है। सीएम ने कहा कि कल्याण सिंह का निधन भारतीय राजनीति की अपूर्णीय क्षति है। अब न केवल भारतीय जनता पार्टी बल्कि राजनीति की रिक्तता को भरना कठिन होगा। कल्याण सिंह ने प्रदेश की आस्था और आकांक्षाओं को आगे बढाने के लिए जीवनपर्यंत कार्य किया था।
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