फतेहपुर संवाददाता
सदर कोतवाली क्षेत्र के राधानगर पुलिस चौकी में रेडीमेड कारोबारी ने शनिवार फांसी लगा ली। पुलिस अभिरक्षा में आत्महत्या का प्रयास करने की जानकारी मिलने से महकमे में हड़कंप मच गया। रेडीमेड कारोबारी को ट्रामा सेंटर से नाजुक हालत में कानपुर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। रेडीमेड कारोबारी के परिजनों ने पुलिस पर गला दबाकर जान से मारने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। गाजीपुर थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर काजीपुर निवासी राम सिंह यादव ने शहर के राधानगर में रेडीमेड फैक्ट्री खोल रखी है। जिसमें चार युवतियां भी काम करती हैं। हाल ही में एक युवती के गायब होने पर उसके परिजनों ने राम सिंह के बेटे ज्ञान सिंह पर बेटी को भगा ले जाने का आरोप लगाया था। आरोप की बात पर राधानगर पुलिस ने रेडीमेड कारोबारी को नौ मार्च से आरोपी को अभिरक्षा मेंं ले रखा था। शनिवार, दोपहर 11 बजे ज्ञान सिंह बदहवाश हालत में शौचालय गया। उसके बाद पुलिस चौकी में हड़कंप मच गया। ज्ञान को पुलिस आनन फानन जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर लेकर पहुंची। जहां हालत नाजुक देखकर चिकित्सकों की टीम ने रेडीमेड कारोबारी को कानपुर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। मामले की जानकारी पाकर परिजनों ने राधानगर पुलिस चौकी में हंगामा काटा। कारोबारी के बहनोई कुलदीप व राहुल ने साला ज्ञान सिंह का गला दबाकर मारने का प्रयास करने का आरोप लगाया। कहा कि लगातार प्रताड़ना की जाती रही। फांसी, ज्ञान सिंह ने नहीं लगाई है बल्कि उसे मारने का प्रयास किया गया। पुलिस कप्तान राजेश कुमार सिंह ने बताया कि तीन मार्च को लड़की गायब होने की सूचना मिली थी। 12 मार्च को लड़की व लड़का दोनों आ गए थे। तभी लड़के की हालत बिगड़ गई। जिसकी हालत में सुधार न होने पर ट्रामा सेंटर से कानपुर मेडिकल कालेज रेफर किया गया है। फांसी लगाए जाने की बात असत्य है।