फतेहपुर/संवाददाता
-छिटपुट हिंसा के बीच जिले में उत्साह के साथ हुआ मतदान।
-अधिकारी पल-पल की लेते रहे जानकारी,प्रेक्षक समेत डीएम-एसपी ने लिया जायजा।
-बूथों पर तैनात रहा पर्याप्त सुरक्षा बल,वोटरों की दिखी लाइन।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में चार पदों के लिए सोमवार को जिले के सभी मतदान केन्द्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान प्रक्रिया शुरू करायी गयी। चुनाव को लेकर मतदाताओं में गजब का उत्साह दिखाई दिया। सुबह से ही अधिकतर मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की लम्बी-लम्बी कतारे दिखाई दीं। कहीं फर्जी वोटिंग तो कहीं वोटर लिस्ट की गड़बड़ी को लेकर जहां हंगामा हुआ वहीं अधिकारी पल-पल की जानकारी लेते रहे। उधर शासन द्वारा नामित प्रेक्षक समेत जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी पं0 व पुलिस अधीक्षक भी अधीनस्थों संग जायजा लेते रहे। सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से बूथों पर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात रहा। जिले में मतदान समाप्ति के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। उधर सभी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मतपेटियों में कैद हो गया है। मतपेटियों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना स्थल पहुंचाया गया। जहां दो मई को मतगणना होगी।
बताते चलें कि जिले में ग्राम प्रधान पद के 834 पद हैं। जिसमें एक निर्विरोध प्रत्याशी निर्वाचित हो गये हैं। शेष सीटों पर 7621 प्रत्याशी आमने-सामने रहे। इसी तरह ग्राम पंचायत सदस्य के 10554 पदों के सापेक्ष 5100 प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन हो गया था शेष प्रत्याशी चुनाव मैदान में रहे। क्षेत्र पंचायत सदस्य के 1135 पदों के सापेक्ष 22 प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन हुआ था। इसी तरह जिला पंचायत सदस्य के 46 पदों पद 833 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। जिले में तीसरे चरण के तहत मतदान प्रक्रिया सम्पन्न करायी गयी। मतदान को लेकर जिला एवं पुलिस प्रशासन ने पहले ही पुख्ता इंतजाम कर लिये थे। जिले के सभी मतदान केन्द्रों पर रविवार को पोलिंग पार्टियां रवाना हो गयी थी। निर्धारित समय प्रातः सात बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू करायी गयी। भीषण गर्मी के चलते सुबह के समय मतदाताओं में गजब का उत्साह देखते बना। प्रातः सात बजे से दस बजे तक मतदाताओं की लम्बी-लम्बी कतारे बूथों के सामने देखी गयी। अपने-अपने चहेते प्रत्याशी को जिताने के लिए मतदाता उत्साह से लबरेज रहे। जैसे-जैसे समय आगे बढ़ा मतदान का प्रतिशत घट गया। दोपहर बारह बजे से लेकर शाम तीन बजे तक धीरे-धीरे मतदान प्रतिशत बढ़ता रहा। शाम के तीन बजे से छह बजे तक एक बार फिर मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की कतारे देखी गयीं। मतदान को लेकर कहीं-कहीं छिटपुट हिंसा भी नजर आयी। कहीं फर्जी वोटिंग तो कहीं वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लेकर मतदाताओं ने हंगामा काटा। जिस पर वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों ने मामला शांत कराकर पुनः मतदान शुरू कराया। उधर शासन द्वारा नामित प्रेक्षक आईएएस, सचिव (न्यायिक) राजस्व परिषद राम सिंहासन प्रेम के अलावा जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी पं0 अपूर्वा दुबे, पुलिस महानिरीक्षक कवीन्द्र प्रताप सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी सत्य प्रकाश, पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल समेत अन्य अधिकारियों ने कई मतदान केन्द्रों का भ्रमण कर व्यवस्था देखी। निर्वाचन कार्य में लगे कार्मिकों को सख्त हिदायत दिया कि किसी भी हाल में फर्जी वोटिंग नहीं होनी चाहिए यदि कहीं से भी शिकायत मिली तो कार्मिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। कोरोना के खौफ के बावजूद मतदाताओं में मतदान के प्रति उत्साह कम नहीं हुआ। मास्क लगाकर सभी मतदाता मतदान केन्द्रों पर पहुंचे। जिन मतदाताओं ने मास्क नहीं पहना हुआ था उनको मास्क पहनकर आने की हिदायत दी गयी। निर्धारित समय शाम पांच बजे तक कुछ मतदान केन्द्रों पर मतदान समाप्त हो गया वहीं कुछ मतदान केन्द्रों पर साढ़े पांच बजे से लेकर छह बजे तक मतदान प्रक्रिया चलती रही। निर्धारित समय से कुछ देर पहले मतदान केन्द्र पहुंचने वाले मतदाताओं को रोक दिया गया था। अंदर लाइन में लगे मतदाताओं को ही वोट डालने दिया गया। जिले में मतदान समाप्ति पर जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली। कड़ी सुरक्षा के बीच मतपेटियों को मतगणना स्थल पहुचाया गया। जहां दो मई को पड़े हुए वोटों की गिनती करायी जायेगी।