वाराणसी/भेलूपुर संवाददाता
भारत मे चाइनीज समानों के प्रतिबंध के बाद वाराणसी में भी लकड़ी के खिलौना उद्योग में नए–नए खिलौनों के ऑर्डर मिलने शुरू हो गए हैं। जिससे खिलौने व्यापारियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा मन की बात में व्यापारियों से स्वदेशी खिलौने और कंप्यूटर गेम बनाने की अपील की है। पीएम का उद्बोधन खिलौने व्यापारियों के लिए किसी उपहार से कम नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि आत्मनिर्भर भारत अभियान में गेम्स के साथ खिलौना सेक्टर को भी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। खिलौना वो हो जिसकी मौजूदगी में बचपन खिले भी, खिलखिलाए भी। हम ऐसे खिलौने बनाएं। जो पर्यावरण के भी अनुकूल हों। काष्ठ कलाकार ओम प्रकाश शर्मा ने चाइना प्रोडक्ट पर रोक लगाने के बाद खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इसकी वजह से लकड़ी के खिलौनो की डिमांड बाजार में तेजी से बढ़ गई हैं। 5 साल पहले यह डिमांड काफी कम थी, मगर पीएम मोदी के आने के बाद इसके बाजार और डिमांड में काफी वृद्धि हुई हैं। कोरोनाकाल में 4 महीने तक बंदी होने की वजह से काफ़ी तंगहाली थी। लेकिन राम मंदिर के शिलान्यास के बाद से फिर से एकबार रामायण पात्र सहित अन्य लकड़ी के खिलौनों की डिमांड बढ़ गई है।
वहीं लकड़ी के खिलौने बनाने वाले नन्दलाल शर्मा ने बताया कि बच्चों के लिए स्वाथ्य की दृष्टि से लकड़ी के खिलौने ही उपयोगी है। खिलौनों में प्रमुख रूप से हनुमान गदा और गणेश मूर्ति बनाने वाले नन्दलाल का कहना है कि बचपन से ही यदि बच्चों को लकड़ी के खिलौनों के प्रति डिनर आकृष्ट कराया जाए तो वे मेहनती बनेंगे। जब से पीएम नरेंद्र मोदी ने लकड़ी के खिलौनों के प्रति जागरूक होने का संदेश दिया है। तब से मांग और ज्यादा बढ़ी है।लकड़ी के खिलौनों के मूर्तिकार घनश्याम चाइना प्रोडक्ट के निषेध पर खुशी जताते हुए कहते हैं कि इसकी वजह से हमारे व्यापार की बिक्री में काफी बढ़ोतरी हुई हैं। लकड़ी के खिलौने ही हमारी भारतीय सभ्यता को बच्चों के मन में बचाए रखने में सहायक सिद्ध होंगे । राम-कृष्ण सहित अन्य देवी देवताओं और महापुरुषों को जानने और उनकी स्मृति मन में संजोए रखने में यही भारतीय लकड़ी के खिलौने कारगर सिद्ध होंगे। चाइना प्रोडक्ट में खिलौने के नाम पर मशीनगन, गोला- बारूद जैसे मानसिकता पर घात करने वाले खिलौने मार्किट में आते थे।
लकड़ी के खिलौनों की सप्लाई करने वाले राजू बताते हैं कि मार्केट से चाइना प्रोडक्ट बन्द होने की वजह से हमारे व्यापार को काफ़ी बढ़ावा मिला है। लकड़ी के खिलौने के नए ऑर्डर मिलने लगे हैं। जितना भी घाटा व्यापार में हुआ था सबमे भरपाई होते दिख रही हैं। ये लकड़ी के खिलौनों के व्यापार के लिए बहुत अच्छा है। समाजिक कार्यकर्ता बृजेश चन्द्र पाठक ने लकड़ी के खिलौनों को उद्योग में बढ़ावा मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इससे भारतीय संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। हम सभी बचपन में लकड़ी के खिलौनों के साथ खेलते थे। लेकिन चाइना प्रोडक्ट के मार्केट में आने के बाद से ये धीरे-धीरे विलुप्त होते चले गए। पीएम मोदी ने रविवार को रेडीयो पर प्रसारित मन की बात कार्यक्रम में लकड़ी के खिलौने पर बढ़ावा देने की बात कर लकड़ी खिलौना उद्योग सहित काष्ठ उद्योग कर्मियों के लिए खुशी बढाने की बात कही।
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December 6, 2023