असोथर/संवाद सूत्र
33/11 असोथर उपकेंद्र से संचालित नरैनी फीडर में पड़ने वाले यमुना कटरी के गांव सरकंडी, कठौता, विधातीपुर, कौंडर, सुजानपुर, मनावां, सातों व अन्य गांवों के उपभोक्ता बिजली कटौती से त्रस्त हैं।
फीडर के उपभोक्ताओं को कोविड और इस भीषण गर्मी में बमुश्किल दो से तीन घन्टे बिजली की आपूर्ति विभाग द्वारा की जा रही हैं। यह हैं टाइमिंग बिजली आपूर्ति की सुबह 9 बजे से 10 बजे तक इसके बाद पूरा दिन फीडर की आपूर्ति बाधित रहती हैं कि कही तार टूट जाने से फसल में आग नक लग जाएं, इसके बाद शाम 7 बजे आपूर्ति दी जाती हैं व रात्रि 9 बजे या 10 बजे आपूर्ति फिर बंद कर दी जाती हैं। अगर कोई उपभोक्ता बिजली कटौती की जानकारी करना चाहता हैं तो पावरहाउस का नंबर या तो स्विच ऑफ रहता हैं या तो रटा-रटाया जवाब दिया जाता हैं, कि तार टूट जाने से कहि आग न लग जाएं इसलिए बिजली आपूर्ति बाधित की गई हैं। फीडर में तीन तीन लाइनमैनों की तैनाती होने के बाद भी विभाग की व्यवस्थायें दुरुस्त नहीं हो पा रही हैं। कहि तार टूट कर न गिर जाएं इस डर से रात और दिन की कटौती से उपभोक्ता आजिज आ गए हैं। एक गांव के उपभोक्ता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस समय बिजली आपूर्ति जान बूझकर बाधित की जा रही हैं कि आने वाले पंचायत चुनावों में इसका सीधा असर होता हुआ दिखाई पड़ेगा। इस समय पंचायत चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी भी बिजली की इस अंधाधुंध कटौती से हलाकान हैं उनका कहना है कि इसके पहले भी गर्मी पड़ी हैं दिन की बिजली कटौती तो जायज हैं पर यह रात्रि बिजली कटौती विभाग किस हिसाब से कर रहा हैं, यह सोचने वाली बात हैं। कई प्रत्याशी गांवों बिजली समस्या को मुद्दा बना कर जनता से वोट भी मांग रहें है, उनका कहना है अगर वह चुनाव जीत कर आये तो वह क्षेत्र की बिजली समस्या को दुरूस्त कराएंगे …
उनका कहना है कि बिजली विभाग प्रति माह लाखों रुपए बिजली बिल के नाम पर उपभोक्ताओं से वसूल करता हैं और बिजली विभाग द्वारा सुविधाओं व दुरुस्तीकरण के नाम पर लोगो टरकाया जाता हैं ।
33/11 असोथर उपकेंद्र के स्थानीय स्तर पर लाइनमैन बने बड़ी समस्या का कारण
कस्बे में संचालित पॉवर हाउस से मौजूद समय में टॉउन असोथर सहित नरैनी, थरियांव, गाजीपुर, जरौली, घरवासीपुर फीडर के सैकड़ों गांवों के उपभोक्ताओं बिजली आपूर्ति की जाती हैं।
इनमें से संस्था ठेकेदारों के द्वारा तैनात एक दर्जन से अधिक संविदा लाइनमैन स्थानीय कस्बा के ही हैं, जिनमें से कई लाइनमैनों पर उपभोक्ताओं से लाइन जोड़ने के नाम पर व डिशकनेक्शन के नाम क्षेत्र में चल रहे बिना कनेक्शन के निजी नलकूप से अवैध वसूली की गई है।
उपभोक्ताओंका कहना हैं कि अगर इन लाइनमैन को असोथर पॉवर हाउस से स्थानांतरित नही किया जाएगा तो हालात यही बने रहेंगे और यह ऐसे बिजली समस्याओं को दुरुस्त बनाने की बजाय बस बहानेबाजी व उपभोक्ताओं का शोषण करते रहेंगे।