वाराणसी/नि.सं.
13 दिसंबर को PM मोदी अपने ड्रीम प्रोजेक्ट श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करेंगे। इससे पहले ही यूपी में तंज की सियासत शुरू हो गई है। यूपी के पूर्व सीएम और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने BJP पर हल्ला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर 36 सेकेंड का एक वीडियो शेयर किया।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा, ‘काशी में अक्षयवट को आघात पहुंचाने वालों का क्षय निश्चित है। भाजपा राजनीतिक दंभ से ग्रसित होकर जन भावना एवं जन संवेदना पर निरंतर प्रहार कर रही है। यूपी की जनता भाजपा को जड़ से उखाड़ देगी।’
7 माह पहले धराशायी हुआ था वृक्ष
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र के अक्षयवट हनुमान मंदिर स्थित अक्षयवट वृक्ष बीते अप्रैल महीने में अचानक धराशायी हो गया था। अक्षयवट हनुमान मंदिर के महंत नील कुमार मिश्रा और बच्चा पाठक के अनुसार, श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का काम करा रही संस्था पीएसपी कंपनी की लापरवाही की वजह से पुण्य वृक्ष ढह गया था। उस दौरान वन विभाग की टीम ने निरीक्षण किया था और वृक्ष को संरक्षित करने की बात कही थी। मंदिर प्रशासन के अधिकारियों ने भी आश्वस्त किया था कि वृक्ष को नए सिरे से संरक्षित करने का हरसंभव उपाय किया जाएगा।
तब से लेकर आज किसी ने ध्यान नहीं दिया और एक बहुमूल्य पौराणिक धरोहर नष्ट हो गई। और तो और बीते दिनों मार्बल लगाने के दौरान वृक्ष की जड़ को भी हटा दिया गया। इसके साथ ही हनुमानजी के विग्रह को भी हटा दिया गया।
देश में तीन जगह था यह वृक्ष
पौराणिक मान्यता के अनुसार, देश भर में सिर्फ प्रयागराज, गया और काशी में अक्षयवट वृक्ष था। काशी के तीर्थ पुरोहितों के अनुसार, गया में वृक्ष के नीचे पिंडदान करने, प्रयागराज में वृक्ष के नीचे सिर का मुंडन कराने और काशी में वृक्ष के नीचे दंडी स्वामी को भोजन कराने का महात्म्य है। तीनों स्थानों पर हनुमानजी के तीन स्वरूप विराजमान हैं। हनुमानजी प्रयागराज में लेटे स्वरूप में हैं, गया में बैठे हैं और काशी में खड़े हैं।
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October 23, 2023