असोथर/फतेहपुर संवाद सूत्र
आम रास्तों के हाल बेहाल हैं जिससे लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा हैI पर सत्ता पर बैठे लंबरदारों की जुबानी सबका साथ सबका विकास बताती है अगर यही विकास है तो लोगों को ऐसे विकास की जरूरत नहीं है जहां लोगों को अपने घर तक जाने के लिए कोई रास्ता तक नहीं हैI
जानकारी के मुताबिक असोथर विकासखंड के ग्राम पंचायत सरकंडी का मजरा कहे जाने वाले चौकी (बगहा) में बनी पुलिस चौकी तक तो पक्की सड़क बनवा दी गई लेकिन चौकी के अंतर्गत बसने वाले लोगों के लिए वह गांव किसी कोठरी से कम नहीं है जहां ग्रामीण रास्ता ना होने की वजह से कैद बैठे हुए हैं और ग्रामीणों को खरपतवार भरे रास्ते से होकर गुजरना पड़ रहा हैI जहां से सामने आई एक तस्वीर ने विकास का ढिंढोरा पीटने वाली सरकार की पोल खोल कर रख दी जहां एक महिला की बीमारी के चलते दर्दनाक मौत हो गईI जिसके बाद परिजन उसे लेकर श्मशान घाट जाने की सोचने लगे लेकिन गांव से बाहर रास्ता ना हो पाने की वजह से ग्रामीणों को शव को लेकर खरपतवार भरे रास्ते से जाना पड़ाI ग्रामीणों ने बताया कि जो आज से करीब 100 वर्ष पूर्व जो रास्ता था उस पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है और अब हम लोगों को आने-जाने के लिए कोई रास्ता नहीं हैI वही जनपद कि यह पहली तस्वीर सामने नहीं आई जब ऐसा हुआ हो इससे पूर्व में भी कई तस्वीरें सामने आ चुकी है जो कहीं ना कहीं सरकार के उन दावों की पोल खोलती हैं जिन पर सत्ता के लंम्बरदारो द्वारा सभाओं में खड़े होकर बड़े-बड़े भाषण झोके जाते हैं और विकास के नाम का खूब ढिंढोरारा पीटा जाता है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही हैI