फतेहपुर,संवाददाता,/
सुबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार को लेकर चाहे जितना कड़ा रुख किए हुए हो लेकिन भ्रष्टाचार चरम सीमा पर कुछ लोगों की वजह से बढ़ता चला जा रहा है कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से फतेहपुर जनपद आए दिन सुर्खियों में छाया रहता है भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से फतेहपुर जनपद बदनाम हो रहा है और सक्षम अधिकारी हाथों में हाथ धरे बैठे रहते हैं। आपको बताते चले कि जनपद के आरटीओ ऑफिस में पहली बात तो बिना दलालों के आरटीओ संबंधित कार्य नहीं करासकते दूसरी बात यह की जब लोग दलालों से निपट कर ऑफिस जाते हैं तो वहां बैठे फोटो खींचने वाला शख्स 50 रुपए प्रति आदमी लेता है चर्चा इस बात की है कि इस तरह का पैसा वहां नहीं लगता लेकिन फोटो खींचने वाला शख्स 50 रुपए की अवैध उगाही करता है आप अंदाजा लगा सकते हैं कि लगभग हजारों लोग वहां जाते हैं अगर आप 200 आदमी का मानक लगाकर जोड़ते हैं तो 10000 प्रतिदिन की उगाही होती है महीने और साल का आप अंदाजा लगा सकते हैं अब सोचने वाली बात तो यह है कि इन अवैध पैसों का कितने लोगों पर हिस्सेदारी होती होगी क्या इस अवैध कमाई का बड़े अधिकारियों के संज्ञान में नहीं है या फिर जान करके अंजान बने बैठे हैं पीड़ित स्वयं मुख्यमंत्री से शिकायती पत्र देकर अवगत कराने की बात कही है। आरटीओ ऑफिस में बारीखी से हो जाए जांच तो भ्रष्टाचार का महा जिन्न सामने आ जाएगा।