खागा, फतेहपुर,/
पं दीनदयाल उपाध्याय की विचारधारा पर चलने वाले प्रवीण पांडेय ने यमुना तटवर्ती गांवों की दिशा और दशा को नजदीक से देखने के लिए वर्ष 2022 में राजापुर से परसेड़ा तक करीब 240 किलोमीटर की पद यात्रा की। इस दौरान उन्होंने यमुना तटवर्ती गांवों के पिछड़ेपन को बेहद नजदीक से परखा। जिसके बारे में उन्होंने शासन व प्रशासन में बैठे जिम्मेदारों का ध्यान आकृष्ट किया। अक्टूबर महीने में प्रवीण पांडेय ने तीन दशकों से ध्वस्त पड़े विजयीपुर-गाजीपुर मार्ग निर्माण के लिए अन्न त्याग करके 12 दिनाें तक अनशन किया। जिसमें अधिकारियों ने लिखित आश्वासन दिया कि जल्दी ही सड़क का निर्माण शुरू किया जाएगा। प्रवीण पांडेय कहते हैं कि आम जनमानस के लिए यदि वह कुछ करते हैं तो इससे उन्हें ऊर्जा मिलती है।