फतेहपुर/संवाददाता
वैसे तो शासन एवं प्रशासन समेत स्वयंसेवी संस्थाओं के द्वारा “जल ही जीवन है” का नारा देते हुए “पानी बचाओ-जीवन बचाओ” के प्रति जागरूकता अभियान आये दिन चलाते हुए नजर आते हैं, किंतु इस नारे को जमीनी हकीकत में साकार करने के लिए जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहा विभाग ही जब अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ ले तो ऐसे में यह नारा कहीं ना कहीं बेबस नजर आता है। पूरे शहर की पानी सप्लाई व्यवस्था का जिम्मा संभालने वाला नगर पालिका परिषद का जलकल विभाग अपने दायित्वों के प्रति कितना गंभीर है, अगर आपको इसकी बानगी देखनी हो तो शहर के रिहायसी इलाके भारतीय जीवन बीमा निगम व मोधू स्वीट हाउस के ठीक सामने पत्थरकटा चौराहा-पटेल नगर चौराहे के ठीक बीचो-बीच देखने को मिल जाएगी । ऐसा नहीं है की इसकी सूचना जिम्मेदार अधिकारियो व कर्मचारियों को ना दी गयी हो, किन्तु जिम्मेदारी से मुँह मोड़े विभागीय अफसर व कर्मचारियों ने इसकी सुध लेना भी उचित नहीं समझा..। अब देखना ये है की खबर पढ़ने के बाद क्या पीने योग्य पानी की बर्बादी बंद होगी या फिर ये पाइप लाइन इसी तरह फटेहाल पानी बहाती रहेगी…। आसपास के लोगो ने बताया की क्षतिग्रस्त पाइप लाइन किसी के आवास अथवा कार्यालय में गयी है जो क्षतिग्रस्त हो गयी है। मेन पाइप लाइन नहीं क्षतिग्रस्त हुई है।