हुसैनगंज/फतेहपुर,नि.सं. हुसैनगंज थाना क्षेत्र के अधारपुर(ओझापुर) गांव में दबंगों पर मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद पीड़ित चार परिवार दबंगों की दहशत से गांव छोड़ने को मजबूर हो गए हैैं। ये परिवार गांव छोड़कर नाव से गंगा पार कर रायबरेली जिले की सीमा में पहुंच गए और गंगा के किनारे सपा के एक पूर्व विधायक की कोठी के पीछे झोपड़ी बनाकर डेरा डाल लिए हैं।
बता दें कि अधारपुर में गोडिया परिवार झोपड़ी बनाकर रहते हैं। 17 अगस्त को उमाशंकर गोडिया व उसके स्वजन को तालाब में कब्जे के विवाद में गांव के एक हिस्ट्रीशीटर के परिवार ने मारपीट कर जख्मी कर दिया था। इसमें पुलिस ने चार आरोपितों पर मुकदमा दर्ज कर लिया था और सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस को तैनात कर दिया था। इसके बाद अब पीड़ित गोडिया परिवार से उमाशंकर अपने पत्नी विटान देवी, बेटे रंजीत, बेटे रिंकू, बहू जनकदुलारी पत्नी रिंकू गांव छोड़ गए। इनके साथ उनके सगे भाई रामशंकर अपनी पत्नी शिवकला, बेटे चंद्रप्रकाश, विकास, आकाश, बेटी अंचल, साधना भी गई। वहीं जागेलाल व मुनेशी गोडिया का परिवार भी इन्हीं के साथ चले गए। अप्रैल से तालाब हथियाने की थी साजिश पीड़ित उमाशंकर ने मोबाइल फोन पर बताया कि वर्ष 1994 में पारिवारिक गंगादुलारी पत्नी बिंदादीन के नाम मत्स्य पालन के लिए गुलरिहा तालाब का पट्टा हुआ था। तबसे वह मछली और सिंघाड़ा लगाकर परिवार चलाते थे। पट्टाधारक की 27 अप्रैल 2021 को मौत हो गई, उसके बाद एक दबंग ने उसे तालाब में मछलियां न पालने की धमकी दी थीं। इसी के साथ पंचायत चुनाव में आरोपितों के कहने के अनुसार वोट न देने से वह खुन्नस खाए थे। इनके डर से वह परिवार के साथ रायबरेली में गंगा किनारे डेरा जमाए हैं। क्या बोले थाना प्रभारी
गोडिया परिवार के गांव छोडने जैसे कोई बात नहीं है। रक्षाबंधन के मद्देनजर उमाशंकर परिवार संग बहनों से राखी बंधवाने गए हैैं। शीघ्र ही वह अपने घर आ जाएंगे।-रणजीत बहादुर सिंह, थाना प्रभारी हुसैनगंज