हुसैनगंज/फतेहपुर संवाद सूत्र
हुसैनगंज थाना क्षेत्र में हरे प्रतिबंधित पेड़ों की कटान थमने का नाम नहीं ले रही है। यहां वन माफिया हरे पेड़ों के दुश्मन बन हरियाली को मिटा रहे हैं। थाना क्षेत्र का जमरावा इलाका ऐसा है जहां पेड़ों के काटने की रफ्तार कभी नहीं रुकती,यह इलाका वन माफियाओं के लिए मुफीद साबित हो रहा है। क्यों की इस क्षेत्र से हरे प्रतिबंधित नीम,आम,जामुन,सीसम,महुआ,गुलर आदि पेड़ों को आसानी से काटकर रायबरेली जनपद ले जाते हैं। इस क्षेत्र में पेड़ों की अवैध कटान कोई नई बात नही है,स्थानीय पुलिस व वन विभाग की गठजोड़ से वन माफिया हरे वृक्षों को काट रहे हैं। थाना क्षेत्र के सराए डंडीरा गांव में बिना परमीशन हरा महुए का पेड़ काटा जा रहा है। ऐसा नहीं है की स्थानीय पुलिस व वन विभाग को जानकारी न हो,विभाग को सब पता है। व्याप्त भ्रष्टाचार और शुविदा शुल्क के चलते सब माफ है। मालूम हो कि एक माह के दौरान इस क्षेत्र में हरे प्रतिबंधित पेड़ों को काटा जा चुका है।करीब 12 दिन पूर्व मातिनपुर गांव में वन माफिया ने सागौन के 35 पेड़ों को बिना परमीशन काट कर उठा ले गया। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत वन विभाग के उच्च अधिकारियों से की थी,लेकिन जांच के नाम पर वन विभाग के कर्मचारियों ने सुविधा शुल्क लेकर मामले की लीपापोती कर दी। विगत दिनों जमरावा क्षेत्र के गढ़ी गांव के समीप से लकड़ी ट्राला का वीडियो वायरल हुआ है। हुसैनगंज क्षेत्र में हो रही पेड़ों की अवैध कटान के चलते पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। लेकिन पेड़ों की अवैध कटान रुकने का नाम नहीं ले रही है। पेड़ो की अवैध कटान के संबंध में जब प्रभागीय निदेशक रामानुज त्रिपाठी से बात की गई तो उनका कहना था कि अवैध रूप से प्रतिबंधित पेड़ो को काटने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। जामरावा क्षेत्र के गढ़ी गांव से निकलता प्रतिबंधित लकड़ी लदा ट्राला,अवैध रूप से गैर जनपद रायबरेली जाती है लकड़ी।