हुसैनगंज/फतेहपुर/(संवाददाता),/
विद्यालय के एमडीएम के खाता संचालन में प्रधान का दखल समाप्त हो गया है। एसएमसी और हेड मास्टर मिलकर विद्यालय में बच्चों के एमडीएम की व्यवस्था करेंगे। भिटौरा विकास खण्ड के कम्पोजिट विद्यालय समदा सहोदरपुर की प्रधान उर्मिला देवी और प्रधानाध्यक संजय कुमार सिंह के बीच विगत दस महीने से आरोप प्रत्यारोप और जांच का दौर चला। आखिरकार डीएम ने प्रधान को विद्यालय के एमडीएम के खाते हटाने का फरमान जारी कर दिया। विद्यालय के मध्यान्ह भोजन का अधिकार एसएमसी अध्यक्ष और हेड मास्टर को दे दिया। बता दें विद्यालय में खाना बनवाने की जिम्मेदारी प्रधान ने ले रखी थी। सही संचालन न होने पर विगत वर्ष जुलाई 2022 से विद्यालय के हेड मास्टर ने एमडीएम की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली थी। बौखलाये प्रधान ने विगत वर्ष नवम्बर से एमडीएम की चेक में हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया था। हेड मास्टर ने प्रधान द्वारा चेक में हस्ताक्षर न करने की सूचना विभागीय अधिकारियो को लिखित रूप से की थी। अधिकारियों के आश्वासन के बाद लगातार हेड मास्टर स्वयं से एमडीएम बनवाते चले आ रहे हैं। उधर प्रधान ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। मध्यान्ह भोजन,छात्रों की संख्या बढ़ाकर लिखने सहित तमाम आरोपों को शिकायत डीएम से लेकर शिक्षा निदेशक लखनऊ तक किया था। लेकिन जांच के बाद प्रधान के आरोप निराधार रहे। इसके बाद प्रधान ने हेड मास्टर की शिकायत और जिले के आला अधिकारियों की मिलीभगत का मामला इलाहाबाद हाई कोर्ट की चौखट तक पहुँचाया। विगत 6 जुलाई 2023 को प्रधान के आरोपों को निराधार मानते हुए हाई कोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए दो सप्ताह के अन्दर मामले के निस्तारण आदेश डीएम को दिया। डीएम ने विद्यालय के एमडीएम के खाते से प्रधान को हटाकर खाते का संचालन हेड मास्टर संजय कुमार सिंह तथा एसएमसी अध्यक्ष सीमा देवी को संयुक्त रूप से खाता संचालन कराने का आदेश दिया है। बीईओ डा. विनोद गौतम ने बताया कि उच्च अधिकारियों के आदेश पर बुधवार को ग्रामीण बैंक हुसैनगंज के एमडीएम के खाते से प्रधान को हटाकर उसके स्थान पर एसएमसी अध्यक्ष को रखा गया है। उन्होंने बताया कि प्रधानाध्यापक द्वारा एमडीएम में स्वयं से नवम्बर 2022 से अगस्त 2023 तक खर्च किये गये एक लाख 18 हजार रुपये की धनराशि को निकालने को कहा गया साथ विद्यालय में एमडीएम का संचालन नियमानुसार करने के निदेश दिये गये हैं।