उन्नाव, संवाददाता,/
चार भाई-बहनों की मौत करंट से लगने से नहीं हुई थी, उनके पिता वीरेंद्र ने ही हत्या की थी। शुक्रवार को उसने स्वीकार किया कि मैंने ही पत्नी के तानों से परेशान होकर चारों बच्चों की हत्या कर दी। पत्नी शिवदेवी ने पति के खिलाफ कार्रवाई के लिए तहरीर दी है। पुलिस उसे पूछताछ के लिए ले गई है।
एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने बताया कि बिसरा रिपोर्ट का इंतजार है। जल्द रिपोर्ट मंगाने के लिए पत्राचार भी किया जाएगा।आरोपित वीरेंद्र ने बताया है कि छोटी बेटी की मौत कीटनाशक की गंध से हुई, जबकि तीन बच्चों का उसने गला दबा दिया था।
बच्चों के पेट से निकला जहर
गांव की ही एक महिला से उसके अवैध संबंध थे और इसकी वजह से पत्नी ताने देती थी। इसी कारण उसने चारों की हत्या का फैसला किया। कोई शक न करे, इसलिए बच्चों को एक जगह लिटाकर ऊपर पंखा रख दिया था और करंट लगने की झूठी कहानी फैलाई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चारों बच्चों के पेट से जहर मिलने की पुष्टि हुई थी।
करंट लगने की कही थी बात
बच्चों का गला और मुंह दबाने के साथ ही एक बच्ची की गले की हड्डी टूटने की बात भी सामने आई थी। उन्नाव के लालमनखेड़ा गांव निवासी के वीरेंद्र के चार मासूम 10 वर्षीय मयंक, आठ वर्षीय हिमांशी, छह वर्षीय हिमांक व चार वर्षीय मानसी के शव 19 नवंबर की शाम चार बजे घर के कमरे में पड़े मिले थे। बच्चों के ऊपर स्टैंड वाला पंखा पड़ा था और लोगों ने करंट लगने से मौत की बात कही थी।
पुलिस ने भी इसी बात सही बताया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सभी के पेट में जहर मिलने की पुष्टि हुई, लेकिन पुलिस नकारते हुए करंट वाली बात पर अड़ी रही। घर वालों को वीरेंद्र पर शक हुआ तो उसने 21 नवंबर को कीटनाशक की गोली खा ली थी।
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January 10, 2024